जम्मु-कश्मीर में सुरक्षाबलों को शनिवार को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां पुलवामा जिले के नागबेरान-तारसार वनक्षेत्र में बीच तड़के से सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। कश्मीर जोन पुलिस ने जानकारी दी है कि फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान अभी तक नहीं हुई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर शनिवार सुबह दक्षिण कश्मीर के नागबेरान-तारसार वनक्षेत्र में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि तलाशी कर रहे दल पर आतंकवादियों ने गोलियां चलाई जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए।
इससे पहले, 24 जुलाई को उत्तरी कश्मीर के सीमांत जिले बांदीपोरा में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ऑपरेशन शुरू हुआ, जो लगातार तीन दिन चला। सुरक्षाबलों द्वारा सुमलर इलाके के शोकबाबा और आरागाम जंगल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया। जोकि लगातार करीब 72 घंटे से भी ज्यादा समय चला।
इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई। ये सभी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से संबंधित थे। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं।
दरअसल यह ऑपरेशन 24 जुलाई को तड़के उस समय शुरू हुआ जब पुलिस को जिले के सुमलर इलाके के शोकबाबा जंगल क्षेत्र में आतंकियों के एक बड़े दल की मूवमेंट का इनपुट मिला। इस इनपुट के आधार पर तुरंत जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना की 13 और 14 आरआर व सीआरपीएफ के साथ मिलकर एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया।
सूत्रों के अनुसार यह पांच आतंकियों का एक ग्रुप था, जिसमें बताया जा रहा है कि एक स्थानीय और बाकी के चार पाकिस्तानी आतंकी थे। मारे गए आतंकियों में से एक आतंकी की शिनाख्त शाकिर अल्ताफ बाबा के तौर पर हुई, जो वर्ष 2018 में अटारी-वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान गया था और हाल ही में एलओसी से घुसपैठ कर कश्मीर में दाखिल हुआ था। बता दें कि शाकिर अल्ताफ बाबा के मारे जाने की पुष्टि कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने की थी। मारे गए आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं और उनके पास से तीन एके 47 राइफलें, 280 कारतूस और 13 मैगजीन बरामद हुई हैं।