पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने सीमा पार जाकर पाकिस्तान स्थित बालाकोट आतंकी कैंप पर एक के बाद एक कई हमले किये थे। जिसके बाद ये दावा किया गया था की आतंकी कैम्प नष्ट कर दी गए हैं। लेकिन एक बार फिर अंतराष्ट्रीय मीडिया एजेंसी रॉयटर्स ने फिर से सवाल उठाए हैं। और दावा किया है की जिस मदरसे यानी आतंकी कैंप को भारत एयर-स्ट्राइक में ध्वस्त करने का दावा कर रहा है, वह सलामत है और उसकी बिल्डिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
रॉयटर्स ने अपना ये दावा अपने ग्राउंड जीरो की तफ्तीश के बाद किया है। एजेंसी ने दावा किया है कि, उनकी टीम वहां पहुंची जहाँ एयर स्ट्राइक की बात कही जा रही थी। और उनकी टीम ने लगभग 100 मीटर की दूरी से मदरसे का जायजा लिया है जो बिल्कुल सुरक्षित है। बुधवार को भी रॉयटर्स ने एक सैटेलाइट तस्वीर जारी करके आतंकी कैंप ध्वस्त करने के दावों पर सवाल खड़े किए थे।
रॉयटर्स के रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मदरसा बालाकोट स्थित जाबा गांव की एक चोटी पर बनाया गया है। और यह चीड़ के पेड़ों से ढंका है। रिपोर्ट के मुताबिक बाहर से देखने पर बिल्डिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। इसके आसपास पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का कड़ा पहरा है।
बाहरी लोगों को जाबा गांव तक आने की इजाजत नहीं है। सभी मार्गों पर चेकिंग की जा रही है। मदरसे के बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मी जैश-ए-मोम्मद के बारे में किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे। रॉयटर्स को मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने सिर्फ इतना बताया कि भारत के हवाई हमले में किसी तरह के जान-माल की हानि नहीं हुई है।
वहीँ अपनी पहचान छुपाने की बात कहकर कई लोगों ने इस बात की पुष्टि की है मदरसे में किसी तरह की कोई तालीम नहीं दी जाती है। इसे पिछले साल जून में ही बंद कर दिया गया था। गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद भारत ने प्रतिक्रिया में कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में लड़ाकू विमान से बम गिराए थे। इस दौरान दावा किया गया कि इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी भारी संख्या में मारे गए।