नई दिल्ली, (राज लक्ष्मी मल्ल) : भारत के सबसे भारी रॉकेट GSLV Mark 3 को लॉन्च करने का कॉमडाउन स्टार्ट हो गया है. यह रॉकेट श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केन्द्र से लॉन्च किया जायेगा. GSLV Mark 3 संचार उपग्रह जीसैट-19 को लेकर जाएगा. आपको बता दें कि GSLV Mark 3-डी 1 रॉकेट को आज सोमवार शाम 5 बजकर 28 मिनट पर यहां से तकरीबन 120किलोमीटर दूर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लांच पैड से उड़ान भरनी है.
इसरो के अध्यक्ष एस एस किरण कुमार ने बताया कि ये मिशन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अब तक का सबसे भारी रॉकेट और उपग्रह है जिसे देश से छोड़ा जाना है. इनके प्रक्षेपण के साथ ही डिजिटल भारत बनाने में सरकार को मजबूती मिलेगी. साथ ही ऐसी इंटरनेट सेवाएं मिलेगी जैसे पहले कभी नहीं मिलीं. उन्होंने कहा कि जीएसएलवी एमके थ्री-डी 1 और जीसैट-19 मिशन के लिए सारी गतिविधियां चल रही हैं.
GSLV Mark 3 का वजन पांच पूरी तरह से भरे बोइंग जम्बो विमान या 200 हाथियों के बराबर है. अब तक 2300 किलोग्राम से अधिक वजन के संचार उपग्रहों के लिए इसरो को विदेशी लांचरों पर निर्भर करना पड़ता था. जीएसएलवी एमके थ्री-डी 14000 किलोग्राम तक के पेलोड को उठाकर भूतुल्यकालिक अंतरण कक्षा (जीटीओ) और 10 हजार किलोग्राम तक के पेलोड को पृथ्वी की निचली कक्षा में पहुंचाने में सक्षम है.