लाहौर: पुलवामा अटैक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एयर स्ट्राइक की घटनाएं हुई जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है, इसी बीच पकिस्तान के एक मंत्री ने भारत पर पाकिस्तानियों को अजमेर शरीफ दर्शन के लिए वीजा ना देने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्री साहिबजादा नूर अल हक कादरी ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को वीजा जारी करने से इनकार कर दिया है। साहिबजादा नूर अल हक कादरी का आरोप है कि अजमेर शरीफ दरगाह पर सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स समारोह में शामिल होने की इच्छा रखने वाले करीब 500 लोगों को भारत ने वीजा देने से इनकार कर दिया है।
तनाव के बीच भारत ने वीजा देने से इनकार
पाकिस्तान के अखबार डॉन ने मंत्री के हवाले से बताया कि 7 मार्च को लगभग 500 पाकिस्तानी तीर्थयात्री भारत के लिए रवाना होने वाले थे। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनातनी का माहौल जारी है। पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवानों की मौत के बाद ही भर और पाकिस्तान के बीच तनाव गहरा गया है। इस हमले के बाद भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में जैश के कई आतंकियों के मारे जाने की खबर आ रही है।भारत के एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भी काउंटर स्ट्राइक करते हुए भारत की वायु सीमा का उल्लंघन किया था।
पाक के धार्मिक मामलों के मंत्री का आरोप
पाक मंत्री का आरोप है कि इस कदम के जरिए भारत का चरमपंथी चेहरा सामना आ गया है। कादरी ने एक बयान में आरोप लगाया कि भारत को धार्मिक चरमपंथियों द्वारा बंधक बना लिया गया है। पाकिस्तानी मंत्री ने आगे दावा किया कि यह लगातार दूसरी बार है जब भारत ने पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को वीजा देने से इनकार कर दिया है। पिछले साल मार्च में भी भारत ने उर्स समारोह में जाने वाले 503 पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को वीजा जारी करने से इनकार कर दिया था। हालांकि, भारतीय दूतावास ने नई दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन औलिया के उर्स के लिए 190 वीजा अनुरोधों को मंजूरी दी थी। इससे पहले भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भी भारत ने वीजा नहीं दिया था।