लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चल रहे तनाव को खत्म करने के लिए भारत-चीन के मिलिट्री ऑफिसर्स की 11वें दौर की बैठक कुछ देर में शुरू हो जाएगी। कमांडर लेवल की इस बातचीत में गोगरा, हॉट स्प्रिंग और देप्सांग में डिसएंगेजमेंट को लेकर चर्चा हो सकती है। बैठक पूर्वी लद्दाख के चुशूल बीपीएम हट में होगी। बातचीत में भारतीय सेना का नेतृत्व लेह में 14वीं कोर के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन नेतृत्व करेंगे।
अब तक 10 बैठकों में पूर्वी लद्दाख में उत्तरी और दक्षिणी पैगॉन्ग लेक इलाके में डिसएंगेजमेंट को लेकर सहमति बनी थी। सेना के सूत्रों के मुताबिक, इन इलाकों में डिसएंगेजमेंट के बाद दोनों देशों की सेना अपनी-अपनी परमानेंट पोस्ट तक पहुंच गए हैं।
इस बैठक में गोगरा, हॉट स्प्रिंग और देप्सांग में डिसएंगेजमेंट के साथ तनाव वाले बाकी इलाकों पर भी पुरानी स्थिति कायम करने के लिए बातचीत होगी। भारतीय सेना अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति फिर से कायम करने का दबाव बनाएगी। इस मकसद के लिए वर्किंग मैकेनेजिम फॉर कनसल्टेशन एंड कोऑर्डिनेशन (WMCC) और विशेष प्रतिनिधि स्तर पर भी दोनों देश लगातार बातचीत कर रहे हैं।
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की 10वीं बातचीत 21 फरवरी को हुई थी। ये बैठक करीब 16 घंटे तक चली थी। इसमें भी गोगरा, हॉट स्प्रिंग और देप्सांग में डिसएंगेजमेंट को लेकर चर्चा हुई थी। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक बैठक में कोई खास नतीजा नहीं निकल पाया था। यही कारण है कि अब करीब एक महीने बाद फिर से दोनों देशों के बीच बातचीत का दौर शुरू हो गया है।