भोपाल। आजादी के मतवालों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर मुल्क को खुली सांसें दी हैं। बदलते दौर में युवा पीढ़ी ऐसे शहीदों के नाम भूलती जा रही है। इनका नाम याद में बनाए रखने के लिए ऐसे सभी क्रांतिवीरों की जीवनी स्कूल कॉलेज के पाठ्यक्रम में शामिल की जाना चाहिए।

जमीयत उलमा हिंद की मप्र इकाई के हाजी इमरान हारून ने शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहीं। जमीयत उलेमा और सद्भावना मंच ने सामूहिक रूप से शहीद अशफाक उल्लाह खान को खिराज ए अकीदत पेश की। राजधानी भोपाल के शहीद गेट पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान शहीद अशफाक उल्लाह के चित्र पर रोशनी की गई और उनकी शहादत की याद की गई। इससे पहले जमीयत ने कुरआन ख्वानी कर मरहूम की मगफिरत की दुआ भी की। कार्यक्रम में हाफिज इस्माइल बेग सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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