लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री पद को लेकर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान सामने आया है. एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उनका कोई अजेंडा, इच्छा या सपना प्रधानमंत्री बनने की नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने पीएम पद की दौड़ में शामिल होने की उन तमाम अटकलों को भी ख़ारिज कर दिया है. जिसमें कहा गया था कि लोकसभा चुनाव के बाद पीएम पद के लिए नितिन गडकरी एनडीए के घटक दलों की पहली पसंद हो सकते हैं.
इस इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि अगर बीजेपी को लोकसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत नहीं मिलता, तो क्या सहयोगी दलों की मांग पर वे प्रधानमंत्री बनेंगे ? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हमारे नेता हैं और वे ही प्रधानमंत्री बनेंगे. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए लोकसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल करेगी. गडकरी का कहना था कि पार्टी को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केरल से काफी सीटें मिलेंगी. जबकि उत्तर प्रदेश को लेकर उन्होंने कहा कि वहां भी वैसी स्थिति नहीं होगी, जैसा कुछ लोग सोच रहे हैं. इसके साथ ही गडकरी ने कहा कि राजनीति में 2 प्लस 2 चार हमेशा नहीं होते हैं. राजनीतिक समीकरण को अंक गणित के आधार पर नहीं समझा जा सकता है.
वहीं रोजगार के मसले पर गडकरी पूर्व की यूपीए सरकार को कोसते नज़र आये और उनकी नीतियों को जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना था कि रोजगार की समस्या पूर्ववर्ती सरकारों की गलत नीतियों का नतीजा है. जिसके दुरुस्त करने के लिए पांच साल काफी नहीं हैं. हालांकि हमने नीतियों में बदलाव किया है लेकिन इसमें कुछ वक्त लगेगा. इसके साथ ही पीएम मोदी द्वारा राजीव गांधी पर किये जा रहे हमले के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को कांग्रेस ने कई बार चोर कहा. अब चुनाव में क्रिया की प्रतिक्रिया तो होगी ही.