नई दिल्ली। दिल्ली के गाजीपुर में कूड़े के पहाड़ के ढहने से हुई 2 लोगों की मौत के बाद शासन प्रशासन की नींद टूटी। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शनिवार को EDAMC और NHA के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। एलजी ने गाजीपुर में कूड़ा फेंकने पर तुरंत रोक लगाने का ऑर्डर दिया है। उन्होंने कहा कि इसकी जगह भस्वला लैंडफिल साइट का इस्तेमाल किया जाए।
अधिकारियों ने 2 साल के अंदर लैंडफिल साइट को पूरी तरह हटाने का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर, हादसे में मारे गए लोगों को नगर निगम एक-एक लाख का मुआवजा देने की तैयारी कर रहा है। दिल्ली पुलिस ने गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। आपको बता दें कि शुक्रवार को 60 मीटर ऊंचे कूड़े के पहाड़ का बड़ा हिस्सा ढहकर रोड पर आ गया। इसकी चपेट में कार समेत 5 गाड़ियां आ गई थीं।
वहीं मीटिंग में एलजी बैजल ने कहा कि लैंडफिल साइट में कूड़ा डालने पर फौरन रोक लगाई जाए और इसके पास से गुजरने वाले रास्तों पर ट्रैफिक को डायवर्ट किया। ताकि आगे ऐसा कोई हादसा न हो। नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कहा कि सॉलिड वेस्ट तैयार करने के लिए अथॉरिटी गाजीपुर साइट से नवंबर में कूड़ा उठाने का काम शुरू करेगी। वहीं दूसरी ओर, ईडीएमसी ने कहा कि लैंडफिल साइट को मैनेज करने के लिए डोर-टू-डोर कचरा इकट्ठा करने की प्रॉसेस शुरू किया जाएगा।
कूड़े के खत्म करने के लिए बिना देरी के दूसरे रास्ते निकाले जाएंगे। इस मीटिंग में ईडीएमसी की ओर से कमिश्नर रणबीर सिंह, एनएचएआई के जनरल मैनेजर राजीव वर्मा, डीडीए के प्रिंसिपल कमिशनर (लैंड) और लैंडफिल साइट के एक्सपर्ट्स शामिल हुए।