नई दिल्ली। हिंदुस्तान में पेट्रोल के दाम 80 के आंकड़े को छू चुकी है। दिल्ली में 70.43 रुपये प्रति लीटर तो मुंबई में 79.50 रुपये प्रति लीटर पहुंच चुका है। डीजल के भी कुछ इसी तरह के हाल है। पिछले 3 सालों तेल इस वक्त अपने उच्चतम स्तर पर चल रहा है। जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम घट रहे हैं। ऐसे में तेल के दाम घटने के बजाय बढ़ रहे हैं। सरकार अगर सही तरीके से इस मामले का निपटारा करे तो पेट्रोल और डीजल के दाम आधे हो जाएंगे।
ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने सरकार के सामने एक प्लान पेश किया है, उनका कहना है कि अगर हमारी बातें मानी जाती हैं तो पेट्रोल के दाम घटकर 43 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच जाएंगे। डीजल भी 41 रुपये मिलने लगेगा।
धर्मेंद्र प्रधान का कहनमा है कि कीमतों पर काबू पाने का तरीका जीएसटी से ही निकलेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल में पेट्रोल-डीजल को लाने पर विचार करने का आग्रह किया है। अगर सरकार इस सलाह को मान लेती है तो आम आदमी को इससे काफी राहत मिलेगी। पेट्रोल डीजल टैक्स नीति के तहत आते हैं तो क्या फर्क पड़ेगा, अब ये भी समझ लीजिए। अगर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में आते है, तो इस पर मैक्सिमम 28 फीसदी तक टैक्स लगाया जा सकेगा। क्योंकि जीएसटी में सबसे ज्यादा टैक्स स्लैब 28 फीसदी ही है। टैक्स वसूलने पर एक लीटर पेट्रोल आपको दिल्ली में करीब 43 रुपए में पड़ेगा।