केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने सबरीमाला मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ-साफ शब्दों में कहा कि मुझे प्रार्थाना करने का अधिकार है, अपवित्र करने का नहीं. साथ ही ईरानी ने कहा की क्या आप मासिक सत्र के दोरान रक्त से सने हुए नैपकिन पहनकर अपने दोस्त के घर जान पसंद करेंगे? उसी तरह से आप मंदिर के परंपरा का भी सम्मान  कीजिए.

साथ ही उन्होंने अपने आप को पाक साफ करते हुए कहा की मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाप कुछ नहीं बोल रही हूं. आखिर मैं कौन होती हूं कोर्ट के फैसले के खिलाफ बोलने वाली मैं तो केवल एक कैबिनेट मिनिस्टर हूं.

गौरतलब है कि सबरीमाल मंदिर को लेकर विवादों का सिलसिला अभी तक कायम है. 28 सितंबर को जब कोर्ट ने सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दे दी थी, तब कोर्ट के फैसले को ध्यान में रखते हुए महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश करना चाहा, लेकिन पदर्शनकारियों ने महिलाओं को प्रवेश नहीं करने दिया.

इतना ही नहीं अभी तक सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पुन: सुनवाई के लिए 19 पुनर्विचार याचिका दाखिल हो चुकी है. साथ कोर्ट ने सुनवाई की तारीख 13 नवबंर की तय की है.

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