भक्तों को गणेशोत्सव का बेसब्री से इंतजार है. इस साल गणेश चतुर्थी 2 सितंबर से 12 सिंतबर तक मनाया जाएगा. ऐसे में लोग गणेशोत्सव की तैयारियों में जुटे नजर आ रहे है. भादो मास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को मनाए जाने वाले इस त्योहार का भारतीय संस्कृति में काफी महत्व है.
भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को दिन मध्याह्र काल में, स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में हुआ था. इसी कारण मध्याह्र काल में ही भगवान गणेश की पूजा की जाती है. इसे बहुत शुभ माना गया है.भारतीय पुराणों में गणेश जी को विद्या-बुद्धि का प्रदाता, विघ्न-विनाशक और मंगलकारी बताया गया है. महाराष्ट्र में यह त्योहार गणेशोत्सव के तौर पर मनाया जाता है. तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे तैयार करें पूजा की थाली और रखें किन चीजों का ध्यान.
जानकार बताते हैं कि भगवान गणेश की पूजा के लिए स्टील या ब्रास की थाली उपयुक्त मानी जाती है. जिसपर सबसे पहले लाल रंग की पेस्टल शीट या कपड़ा चढ़ाएं और फिर उसे आध्यात्मिक रूप देने के लिये इसमें स्वास्तिक बना दें. आप चाहें तो इस आकर्षक लुक देनें के लिए . किनारों पर स्टोन, चमकते हुए सितारे या फिर लेस चिपका सकते हैं.
तो वहीं पूजा के लिए थाली तैयार करते समय मकुम और चावल को अलग-अलग छोटी कटोरी में रखें.थाली में दीया, अगरबत्ती, धूपबत्ती और मिठाई भी रखें. ध्यान रहे कि पूजा कि थाली में भगवान गणेश को भोग लगाने के लिए लड्डू जरुर हो. वैसे अगर आप चाहें तो बाजार में मिलने वाली मिट्टी या कांसे की छोटी-छोटी मटकियों का भी उपयोग कर सकते है.जिसमें पूजा की सामग्रियों को रखा जा सकता है.
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