भोपाल। सागर में रहने वाले एक बेरोजगार युवक को छिंदवाड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ एक महिला कर्मचारी ने रेलवे में नौकरी के नाम पर छह लाख रुपए ठग लिए। फरियादी ने यह ठगी वर्ष 2018-2019 में की गई है। फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उसे पश्चिम बंगाल के एक रेल मंडल कार्यालय में ज्वाइन के लिए भेज दिया गया। नियुक्ति पत्र फर्जी पाए जाने के बाद धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। इसके बाद आरोपी महिला ने फरियादी को एक चेक दिया, जो बाउंस हो गया। फरियादी करीब दो साल से भोपाल, सागर और छिंदवाड़ा पुलिस को धोखाधड़ी दर्ज करने के लिए आवेदन देकर कोशिश कर रहा, बहुत मशक्कत के बाद चूनाभट्टी पुलिस ने धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपराधिक षड्यंत्र रचने का प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपी करीब छह माह से ड्यूटी से गायब है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी की इसी तरह कई शिकायतें हैं, जबलपुर एसटीएफ भी उसकी तलाश कर रही है।
चूनाभट्टी थाना प्रभारी ने बताया कि कमलेश रैकवार सागर जिले का रहने वाला है। वर्ष 2018 में किसी तरह उसकी मुलाकात शोभा खरे नाम की महिला से हो गई। शोभा छिंदवाड़ा जिले में ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग पर किसी पद पर पदस्थ हैं। शोभा खरे ने फरियादी को चूनाभट्टी स्थित कोणार्क एवेन्यू स्थित अपने किराये के कमरे में बुलाकर वर्ष 2018 में तीन लाख रुपए लिए थे। कुछ माह बाद ही शोभा ने यहां से कमरा खाली कर दिया था। वर्ष 2019 में फ रियादी को लेकर जालसाज महिला पश्चिम बंगाल गई, जहां सुखदयाल उर्फ दीपक नाम के व्यक्ति से मिलवाया। दीपक को रेलवे का अधिकारी बताकर मुलाकात कराई और दीपक के हाथ से ही फ रियादी को रेलवे में नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिलवाया। नियुक्ति पत्र देने के बाद फ रियादी ने करीब डेढ़ लाख रुपए लिए। इसके पहले फरियादी ने सागर और छिंदवाड़ा स्थित अलग-अलग स्थानों पर डेढ़ लाख रुपए और ले चुकी थी। इस तरह फरियादी से कुल छह लाख रुपए लेने के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र दिया। फरियादी जब नौकरी ज्वाइन करने पहुंचा तो फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी महिला करीब छह माह से अपने नौकरी से गायब है। उसके खिलाफ जबलपुर एसटीएफ भी जांच कर रही है। जबलपुर एसटीएफ में भी कई लोगों ने उसके खिलाफ अलग-अलग विभागों में सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी की है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर पड़ताल कर रही है।