समाजदवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह के पारिवारिक कलह को समझना अब राजनीतिक प्रक्षकों के लिए जटिल होता जा रहा है. मालूम हो कि शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच मनमुटाव है, जिसे सपा संस्थापक नजरअदांज करते हुए सभी के प्रति समान दृष्टिकोण अपना रहे हैं.
आपको बता दें कि अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच सपा के अध्यक्ष पद को लेकर बीते दिनों सियासी तकरार हुआ था, जिसमें नेता जी ने अपने बेटे को ज्यादा वरीयता देते हुए पार्टी कि जिम्मेदारी सौंप दिया, जिसके चलते मुलायम परिवार में कलह भी देखने को मिला था.
मुलायम सिंह यादव ने अपने भाई शिवपाल यादव के साथ राम मनोहर लोहिया की जयंती पर मंच साझा किया. इसके साथ शिवपाल यादव ने कहा कि हमें राम मनोहर लोहिया के विचारों को आगे ले जाना है. उन्होंने कहा कि राममनोहर लोहिया ने हमे सिखाया था कि अगर आपका बड़ा भाई भी आपके साथ अन्याय करे तो आपको चहिए कि आप इसके खिलाफ आवाज उठाए. इस कार्यक्रम के दौरान मुलायम सिंह यादव युवाओं को राम मनोहर लोहिया के सिद्धांतों पर चलने की सीख दी.
इसके साथ ही मीडिया से बातचीत के दौरान शिवपाल यादव ने अपने भाई से किसी भी प्रकार की नाराजगी से इंकार करते हुए कहा कि मुझे अपने भाई का आशीर्वाद प्राप्त है. इतना ही नहीं नेता जी ने 2019 के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी भाजपा के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी.