श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कारणों से बारामूला से उधमपुर तक के राष्ट्रीय राजमार्ग पर 31 मई तक हर एक हफ्ते में रविवार और बुधवार को नागरिक यातायात को बंद कर दिया जाएगा. इन दो दिनों में सुरक्षाबलों का काफिला गुजरेगा.

एक अधिकारी ने कहा कि यह उपाय अभी जारी मतदान प्रक्रिया के दौरान फिदायीन आतंकी हमलों की आशंका को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों के काफिलों की निर्बाध आवाजाही में मदद करने के लिए अपनाया गया है.

सरकारी अधिसूचना में कहा गया है कि श्रीनगर, काजीगुंड, जवाहर-सुरंग, बनिहाल और रामबन से होकर गुजरने वाले बारामूला-उधमपुर राजमार्ग पर नागरिक यातायात पर लगा प्रतिबंध प्रभावी होगा. यह प्रतिबंध दो दिन सुबह 4 बजे से शाम 5 बजे तक लागू रहेगा.

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने आम लोगों के लिए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद करने के फैसले को जम्मू कश्मीर की आंतरिक सुरक्षा को संभालने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाकामी का सबूत बताया.

उमर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मोदी सरकार एक और मामले में पहले स्थान पर. पहली बार देरी से विधानसभा चुनावों के बाद अब यह हैरान करने वाला कदम. बीते 30 साल में राष्ट्रीय राजमार्ग को आम लोगों के यातायात के लिए कभी इस तरह से बंद नहीं किया गया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह जम्मू कश्मीर की आंतरिक सुरक्षा को संभालने में नाकामी की स्पष्ट स्वीकारोक्ति है.’’

ध्यान रहे कि 14 फरवरी को जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर पुलवामा में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने कार से सीआरपीएफ के काफिले में शामिल एक गाड़ी से टकरा दिया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. पिछले दिनों भी एक कथित आतंकी ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर बनिहाल में कार को सीआरपीएफ के काफिले के पास ले जाकर उड़ा लिया था. पुलिस इस घटना को आतंकी घटना के दृष्टिकोण से भी जांच कर रही है.

पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक एडवाजरी जारी कर कहा था कि सुरक्षाबलों के काफिले के साथ किसी आम नागरिक के कार ले जाने की अनुमति नहीं होगी. अब लोकसभा चुनाव की वजह से सुरक्षाबलों का मूवमेंट अधिक होने वाला है. जम्मू-कश्मीर में पांचर चरणों में वोट डाले जाएंगे.

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