19 मई को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण से पहले सपा-बसपा गठबंधन को तगड़ा झटका लगा है. मामला यूपी के घोसी संसदीय क्षेत्र का है. जहां बीजेपी और सपा-बसपा गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला है. बीजेपी ने सीट से हरिनारायण राजभर तो वहीं गठबंधन ने अतुल राय को अपना प्रत्याशी बनाया है. लेकिन अब अतुल राय के चलते ही सपा-बसपा गठबंधन को न सिर्फ शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है बल्कि अतुल राय की उम्मीदवारी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं.
बताया जा रहा है कि सपा- बसपा गठबंधन के उम्मीदवार अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप है. जिसके चलते वे इन दिनों फरार हैं. जबकि पुलिस उनकी गिरफ़्तारी के लिए अलग-अलग जगहों पर दबिश दे रही है. हालांकि इस दौरान अतुल राय ने गिरफ़्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट की शरण में भी पहुंचे. लेकिन उन्हें वहां भी राहत नहीं मिली. हाईकोर्ट ने उन्हें गिरफ्तारी पर स्टे देने से इंकार कर दिया. जिसके बाद से वे लगातार छिपते फिर रहे हैं. ऐसे में गठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ीं हो गई हैं. तो वहीं दूसरी तरफ मतदाताओं में भी उलझन देखने को मिल रही है.
दरअसल वाराणसी की एक पूर्व छात्रा ने अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है. छात्रा के मुताबिक अतुल राय अपनी पत्नी से मिलाने के लिए उसे अपने घर ले गए जहां उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया. तो वहीं दूसरी तरफ अतुल राय ने छात्रा के आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है. इस मामले में बीते 1 मई को उनके खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ. जिसके बाद कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने उनकी गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी कर दिया. हालांकि इसके बावजूद सपा-बसपा गठबंधन इस सीट पर अपनी जीत के दावे कर रहा है.
आपको बता दें कि साल 2014 में घोसी लोकसभा सीट से भाजपा के हरिनारायण राजभर ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने बसपा के दारा सिंह चौहान को 45000 से ज्यादा वोटों से हराया था. राजभर को 3,79,797 वोट और चौहान को 2,33,782 वोट मिले थे. इलाक़े में करीब 3.5 लाख जाटव , 2 लाख यादव , 1.2 लाख राजभर , एक लाख नूनिया और 80 हजार गैर-जाटव दलित वोट हैं