नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया)। उत्तर प्रदेश में पूर्व की अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गायत्री प्रजापति गिरफ्तार हो चुके हैं। लंबी छिपने-छिपाने के सिलसिले का बाद गायत्री प्रजापति का पुलिस की गिरफ्त में आना पूर्व की अखिलेश सरकार के लिए अच्छा नहीं है। गायत्री और अखिलेश के रिश्ते इतने तनाव में थे कि प्रजापति अखिलेश के खिलाफ कुछ भी खुलासा करने में जरा भी गुरेज नहीं करेंगे। बहरहाल ये तो वक्त बताएगा कि प्रजापति के केस से यूपी पुलिस क्या क्या निकाल पाती है। फिलहाल के लिए गायत्री प्रजापति का वो सफर देखना जरूरी है जिसके जरिए उन्होने सिर्फ 13 साल में 942 करोड़ रुपये की संपत्ति खड़ी कर ली। आईए जानते हैं कि गायत्री प्रजापति के हाथों ऐसा कौन सा तिलिस्म लगा था जिसने उन्हे फर्श से अर्श पर ला दिया।
रेप के आरोप में फरार गायत्री प्रजापति को SC ने लगाई फटकार, सर्विलांस में दिल्ली की है लोकेशन
साल 2002 तक गायत्री प्रजापति गायत्री प्रजापति गरीबी रेखा के नीचे आते थे। साल 2012 में उन्होने अपनी संपत्ति 1.83 रुपये बताई थी। जबकि साल 2009-10 में उनकी सालान आय 3.71 रुपये थी। गिरफ्तारी से पहले तक गायत्री प्रजापति बीएमडब्ल्यू जैसी कीमती कारों से चला करते थे। गायत्री प्रजापति पर आरोप है कि उनके करिबियों और रिश्तेदारों के नाम पर 13 कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। आरोप है कि प्रजापति के दोनों बेटे उन कंपनियों में डायरेक्टर हैं।
गायत्री प्रजापति साल 2012 में विधायक बने, उसके बाद वो तेजी से तरक्की करते नजर आए। महज 3 साल में प्रजापति के विभाग बदले। कहा जाता है कि गायत्री की मुलायम भक्ति ने मुलायम सिंह यादव के कई करिबियों को उनसे दूर कर दिया था। यहां तक की अखिलेश भी प्रजापति को बर्दाश्त करने के लिए मजबूर थे। रेप मामले में गिरफ्तारी के आदेश के बाद से ही गायत्री प्रजापति फरार चल रहे थे। उनकी गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर से उनकी कहानी के पन्नों को पलटना शुरू किया गया है।
Adv from Sponsors