भोपाल। एक पखवाड़ा गुजरने को है, छिंदवाड़ा से सफर करके आई एक महिला ने राजधानी भोपाल के मिसरोद थाना में शिकायती आवेदन दिया। कहा गया कि उसके साथ 11 लाख रुपए की धोखाधड़ी हुई है। साथ में जुड़े एक शख्स ने बात बढ़ाई कि इसी धोखेबाज से उसको भी 40 लाख रुपए की चपत लगाई गई है। अब आवेदन देने वाले शांत बैठे हुए हैं, थाने में शिकायत पर कोई हलचल दिखाई नहीं दे रहा है और जिसको आरोप के घेरे में लिया गया है, वह मिसरोद थाने से चन्द कदम की दूरी में आशिमा मॉल में अब भी अपनी नियमित दिनचर्या में व्यस्त है।
मामला मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों से जान पहचान और घनिष्ठता का दावा करने वाले दो सगे भाइयों अरुण और तरुण मालवीय से जुड़ा है। राजधानी के आशिमा मॉल में दफ्तर संचालित करने वाले इन भाइयों पर छिंदवाड़ा में एक ईसाई मिशनरी सेंटर संचालित करने वाली महिला लवीना कर्केट्टा ने आरोप लगाया है कि मालवीय बंधुओं ने उनसे 11 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। कर्केट्टा का आरोप है कि मालवीय बंधुओं ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे जुड़ी कुछ महिलाओं से पैसा ऐठ लिया है। इधर लवीना के साथ एक अन्य व्यक्ति मनीष श्रीवास्तव ने भी मालवीय बंधुओं के खिलाफ 40 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। मनीष का आरोप है कि अरुण और तरुण मालवीय ने सरकारी गेंहू दिलवाने के नाम पर उनके बहनोई छिंदवाड़ा अरुण साहू से पैसा ऐंठ लिया है।
अरुण तरुण का उल्टा आरोप
थाने में शिकायत के बाद सक्रिय हुए अरुण और तरुण ने लविना केरकेट्टा को भ्रष्ट करार दे दिया है। उनका कहना है कि लविना से उन्हें पैसा लेना है, जिससे बचने के लिए वे उन पर आरोप लगा रही हैं।
लविना=मनीष लापता
लाखों रुपए की ठगी होने की शिकायत करने वाली लविना केरकेट्टा और मनीष श्रीवास्तव एक पखवाड़ा गुजरने के बाद गायब दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि लविना को मिली पैसा मांगने और इसको लेकर कानूनी कार्रवाई की धमकी के बाद वे अब अपने बचाव में जुट गई हैं। इधर ये भी कहा जा रहा है कि मनीष को उनके दिए गए पैसों में से करीब 10 लाख रुपए मिल गए हैं, जिसके बाद उन्होंने अपनी शिकायत और कार्यवाही को तरफ से दबाव बनाना बंद कर दिया है।
थाना बेखबर, मालवीय बंधु बेफिक्र
8 अक्टूबर को मिसरोद थाने में हुई शिकायत की जानकारी थाना प्रभारी आरबी शर्मा को अब तक नहीं है। मामले में हुई कार्यवाही के बारे में जानकारी लेने पर उन्हें इस तरह के किसी मामले की जानकारी नहीं है। इधर सूत्रों का कहना है कि थाने में हुई शिकायत के बाद मालवीय बंधुओं और थाना प्रभारी के बीच हुए आपसी समझौते में कार्यवाही न करने पर सहमति बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि इस समझौते के तहत ही मनीष को आंशिक भुगतान करवा दिया गया है ताकि मामले में आगामी कार्यवाही शिथिल हो सके।
उच्च अधिकारियों तक पहुंचा मामला, दोषी आयेंगे घेरे में
सूत्रों का कहना है कि लविना और मनीष की शिकायत का मामला उच्च अधिकारियों तक भी पहुंच गया है। अधिकारियों को अरुण तरुण मालवीय और मिसरोद थाने के बीच हुए समझौते की भनक लग चुकी है। बताया जा रहा है कि उच्च अधिकारी इस मामले की पृथक से जांच करवा कर मामले में संबंधित दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।