भोपाल। अकीदत, अल्लाह की फर्माबरदारी और उसके हुक्म के लिए सब कुछ कुर्बान करने की नीयत की याद दिलाने का त्यौहार इसी पखवाड़े में मनाया जाएगा। इसके लिए चांद की तलाश रविवार शाम को की जाएगी। चांद दिखाई देने पर ईद उज्जुहा (बकरा ईद) का त्यौहार 21 जुलाई को मनाया जाएगा। चांद न दिखने पर ये 22 को होगा। ईद की तैयारियों के बाजारों में रौनक बढ़ने लगी है। साथ ही शहर में कई जगहों पर अस्थाई बकरा बाजार भी नजर आने लगे हैं।
मसाजिद कमेटी सचिव यासिर अराफात ने बताया कि इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक 29 तारीख रविवार को चांद देखने की रस्म अदा की जाएगी। शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी और शहर मुफ्ती मोहम्मद अबुल कलाम कासमी के अलावा कई उलेमा ये रस्म पूरी करने के बाद ईद का ऐलान करेंगे। ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली नदवी ने कहा कि पिछले साल लॉक डाउन के हालात में लोग अपनी अकीदत पूरी नहीं कर पाए थे। इस बार हालात दुरुस्त होने लगे हैं, इसलिए त्यौहार पूरे जोश और अकीदे के साथ मनाया जाएगा। ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी अध्यक्ष डॉ ओसाफ़ शाहमीरी खुर्रम ने लोगों से अपील की है कि महामारी के इस दौर में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए त्योहार मनाएं। स्वच्छता मिशन से जुड़े सैयद फैज अली ने सभी शहरवासियों से गुजरिश की है कि त्यौहार की खुशियों के बीच स्वच्छता का पूरा खयाल रखें। शहर और अपने आसपास का इलाका साफ और स्वच्छ रखने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही स्वस्थ रहने की कुंजी है।
सजने लगे बाजार
लंबे समय बाद त्योहारी खरीदारी के योग बनते नजर आ रहे हैं। जिसके चलते बाजारों में रौनक दिखाई देने लगी है। शहर के इब्राहिमपुरा, लखेरापुरा, जहांगीराबाद, चौक बाजार, नदीम रोड आदि में खरीदार पहुंचने लगे हैं। इब्राहिमपुरा के दुकानदार रफीक अहमद, चेतन बख्तानी, राकेश गर्ग आदि ने प्रशासन से मांग की है कि बाजारों को खोलने की समय सीमा में बढ़ोतरी की जाए। उन्होंने कहा कि इंदौर की तरह भोपाल में भी रात 11 बजे तक बाजार खोले जाने की अनुमति दी जाना चाहिए।
बकरों की खरीदी तेज
बकरा ईद पर कुर्बानी के लिए बकरों की खरीद फरोख्त का सिलसिला तेज हो गया है। शहर में आरिफ नगर, बड़ा बाग, बुधवारा, जहांगीराबाद, भानपुर, सुभाष फाटक समेत कई जगहों पर अस्थाई बकरा बाजार बन गए हैं। जहां आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से लोग बकरे बेचने के लिए पहुंच रहे हैं। इधर कई लोग बकरा खरीद के लिए श्यामपुर दोराहा, मेहतवाड़ा और आसपास के इलाकों तक भी दौड़ लगा रहे हैं।