छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिलासपुर पहुंचे. साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ देश के लिए धान का कटोरा है. सत्य से साक्षात्कार करने के वाले श्रद्धेय घासीदास की भूमि है. छत्तीसगढ़ सत्य परंपरा की भूमि है.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने राजनीतिक इतिहास को याद करते हुए बीजेपी कार्यकर्ता की तारीफों के पुलिंदे बांधे. साथ ही उन्होंने कहा कि लगातार छत्तीसगढ़ में बीजेपी का सत्ता में आना छत्तीसगढ़ की जनता और बीजेपी कार्यकर्ता की मेहनत ही है.
Watch my speech at a massive rally in Bilaspur in Chhattisgarh. https://t.co/KESVUORDXF
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2018
इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ की युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की युवा भी उर्जावान है.
इतना ही नहीं, उन्होंने राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव की ओर भी इशारा करते हुए कहा कि जब चुनाव की तिथियां घोषित हुई थी. तब लोगों ने कहा कि चार-पांच दिन दिवाली में जाएंगे. इसके बाद फिर चुनाव में गर्मी आएगी की नहीं आएगी. पंडित लोग एयरकन्डीशन कमरों में बैठ कर बहस कर रहे थें, लेकिन उन्हें बस्तर की जनता की मिजाज नहीं मालूम था. क्योंकि जब मैं आया तब मुझे बताया गया कि बहुत भारी मतदान की तरफ लोगों का झुकाव है.
छत्तीसगढ़ में मतदान का आज पहला चरण है। सभी मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे पूरे उत्साह के साथ लोकतंत्र के महापर्व में अवश्य भाग लें और भारी संख्या में मतदान करें।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2018
इसके साथ उन्होंने बिलासपुर की जनता को लोकतंत्र की सामर्थ्य से परिचय कराते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबको ये अधिकार होता है कि वो अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें. वोट किसे देना है किसे नहीं देना ये उनका अपना निजी फैसला है, लेकिन अपना मत जरुर दें.
इतना ही नहीं , उन्होंने राज्य में अपनी पैठ जमाए नक्सलवाद की ओर इशारा करते हुए कहा कि बम, बंदुक और पिस्टोल से अपना दम दिखाने वाले लोगों को छत्तीसगढ़ की जनता और लोकतंत्र के सामर्थ्य से परिचय करवाएंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि लोग इस लोकतंत्र के उत्सव में अधिक से अधिक अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें.
साथ उन्होंने प्रदेश की जनता से आहान किया कि एक हफ्ते बाद प्रेदश में फिर से दूसरे चरण में विधानसभा कि चुनाव होना है. ऐसे में प्रदेश की जनता को अधिक से अधिक मत देना चहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार पुरुषों और महिलाओं के बीच मत देने को लेकर एक प्रतिस्पर्धा होनी चहिए कि आखिर को सबसे ज्यादा तदात में मत देने जाता है पुरुष या महिला.
इस कड़ी में उन्होंने, चुनाव आयोग के पदाधिकारियों के भी तारिफ की उन्होंने कहा कि इस मकसद को पूरा करने के लिए चुनाव आयोग भी कड़ी मशक्कत करता है. लोगों को जागरुक करता है कि वो अधिक से अधिक तदात में वोट देने जाए.