महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार से नाखुश राज्य के किसानों ने आन्दोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया है. किसान आन्दोलन की शुरुआत नासिक से शुरू हुई थी और अब ये किसान लगभग 200 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए मुंबई पहुँच चुके हैं जहाँ पर आज ये लोग महाराष्ट्र विधान सभा को घेरेंगे और अपनी मांगों को मनवाने के लिए जी जान लगाएंगे.
बता दें कि देश के कई बड़े राज्यों में भाजपा की सरकार है लेकिन इसके बावजूद भी किसानों की बात को सिरे से अनदेखा किया जा रहा है, लेकिन महाराष्ट्र के किसानों ने सरकार के खिलाफ बगावत कर दी है और वो किसान आन्दोलन में अपना पूरा जोर भी लगा रहे हैं. किसानों का कहना है कि फडणवीस सरकार ने उनका क़र्ज़ माफ़ करने का वादा किया था जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है.
किसान आन्दोलन को शिवसेना, एमएनएस और कांग्रेस ने सीधे तौर पर समर्थन कर दिया है जिससे किसान आन्दोलन को बल मिल रहा है. मोर्चे के मुंबई पहुंचने पर शिवसेना की ओर से आदित्य ठाकरे ने किसानों को संबोधित किया. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अखिल भारतीय किसान सभा की अगुवाई में यह विरोध मार्च मंगलवार को नासिक से शुरू हुआ था और मुंबई के लिए निकला था. इस मार्च के जरिए किसान अपनी कई मांगों को रख रहे हैं.
सरकार ने किसानों से बात करने के लिए कैबिनेट मंत्री गिरिश महाजन को भेजा. मंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया कि सरकार किसानों की मांगो को लेकर सकारात्मक है. महाजन ने इस मुलाकात के बाद कहा कि सोमवार को मुख्यमंत्री के साथ किसानों की मुलाकात होने वाली है. किसानों के प्रमुख और कार्यकारणी सदस्य मुख्यमंत्री से मिलेंगे और मुझे लगता है कि दोनो पक्ष एक सकारात्मक मत पर राजी होंगे. साथ ही किसानों की समस्या का हल निकलेगा.
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आन्दोलन कर रहे किसान 200 किलोमीटर का सफ़र कर रविवार को मुंबई पहुंच चुके हैं और सायन के सोमैया मैदान में ठहरे. बीजेपी को छोड़कर लगभग हर पार्टी ने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया है, ऐसे में लग रहा है कि इस बार किसानों को खाली हाथ नहीं जाना पड़ेगा और सरकार उनके वादे पूरे कर सकती हैं क्योंकि इसके अलावा उनके पास कोई भी चारा नहीं है.