पाकिस्तान के बालाकोट में हुई Indian Air force की एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर घमासान मचा हुआ है. जहां पाकिस्तान लगातार दावा कर रहा है कि भारत की एयर स्ट्राइक फ्लाप रही. तो वहीं विपक्ष मोदी सरकार को घेरते हुए ऑपरेशन में मारे गए आतंकियों से जुड़े सबूत मांग रही है. हालांकि बीते दिनों कुछ ऐसी बातें सामने आई है. जिससे साफ़ हो जाता है कि भले ही Indian Air force की स्ट्राइक में 300आतंकी न मरे हो. लेकिन जैश का ट्रेनिंग कैंप तबाह बुरी तरह तबाह हो गया है.
चौथी दुनिया पहली बार बालकोट में हुए Indian Air force के एयर स्ट्राइक पर सबसे बड़ा ख़ुलासा करने जा रहा है. हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर बम बरसाए तो वहां कैसा माहौल थे. इसके साथ ही बताएंगे जैश के आतंकी ठिकाने पर हमले की खबर से कैसे पाकिस्तानी सेना से लेकर वहां की इमरान सरकार के हाथ-पावं फूल गए.
पाकिस्तान में मौजूद चौथी दुनिया के सूत्रों ने हमले के बाद की एक-एक पल की कहानी बताई है. हम आपको बताएंगे कि कैसे एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी आर्मी जैश के ट्रेनिंग कैंप पहुंची और आतंकियों की लाशों को भरकर भर वहां के पुराने क़ब्रिस्तान में दफन कर दिया. जिसकी किसी को भनक तक नहीं लगी. तो चलिए सिलसिलेवार ढंग से आपको बताते हैं 26 फ़रवरी की सुबह पाकिस्तान के लिए कैसी रही.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बड़ी कार्यवाही करने मन बना चुका था. इसके लिए 26 फरवरी का दिन तय किया गया. 26 फ़रवरी को तड़के Indian Air force के विमानों ने पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के बालाकोट में जैश के ट्रेनिंग कैंप पर धावा बोल दिया. अचानक हुए इस हमले में वहां मौजूद आतंकियों के पास बचकर निकलने का कोई मौका नही था.
सुबह 4.21 मिनट पर पर पाकिस्तानी सेना को इस हमले की जानकारी मिली. जिसके 9 मिनट बाद बाद ISI के लोगों ने जैश के ट्रेनिंग कैंप पहुंचकर हालत संभालने की कोशिश की. उन्हें यहां चारो तरफ लाशे ही लाशे नज़र आ रही थी.
भारत के Air Strike की खबर इस्लामाबाद पहुंचते ही सुबह 6.25 पर पाकिस्तानी हेलीकाप्टर पर जाबा टॉप पहुंच गए और फिर शुरू सबूत मिटाने का खेल. पाकिस्तानी सेना ने तब तक इलाक़े की घेराबंदी कर दी थी. यहां तक की इलाक़े की पुलिस को भी वहां आने की अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद हमले में मारे गए लोगों को एक-एक करके पाकिस्तानी सेना ने एम्बुलेंस में भरना शुरू किया. जिसके बाद सुबह 8.34 तक सभी आतंकियों को वहीं के एक क़ब्रिस्तान में दफन कर दिया गया.
जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप से हमले के सारे सबूत मिटाने के बाद पाकिस्तान ने दुनिया को गुमराह करने के लिए नई चाल चली. इसके लिए पाकिस्तान ने जाबा टॉप की उन तस्वीरों का सहारा लिया, जिसमें गिरे हुए पेड़ और जमीन में बने गड्ढे दिखाई दे रहे थे. इन तस्वीरों से पाकिस्तान ने यह साबित करने की कोशिश कि भारत की Air Strike फ्लॉप रही और सिर्फ पेड़ों को नुकसान पहुंचा.
लेकिन सच ये है की जमीन में बने वे गड्ढे और गिरे हुए पेड़ जो तस्वीरों में नज़र आ रहे हैं उनका भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से कोई लेना देना नहीं है. जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वे भारत की विफल एयर स्ट्राइक के सबूत हैं. बल्कि सच तो ये है कि स्ट्राइक के वक़्त जैश के गोलाबारूद और हथियारों के गोदाम में विस्फोट होने से वहां जमीन में गढ्ढा बन गया और आसपास के पेड़ों को नुकसान पहुंचा.
वहीं इस हमले में 130 के लोगों के मरने की बात सामने आई है. जिसमें से 5 वहां के लोकल स्टाफ हैं. 20 फिदायीन है जिन्हें जैश के ट्रेनिंग कैंप में आतंकी बनाया जा रहा था. इसके साथ ही 22 ISI के हैंडलर भी इस हमले में मारे गए हैं. जबकि बचे हुए 78 लोग पाकिस्तानी सेना के एक्स-सर्विस मैं जो आतंकियों को ट्रेनिंग देते थे. इस दौरान जो सबसे चौकाने वाली बात सामने आई है वो ये है कि पाकिस्तान के सिर्फ 16 लोगों को ही जैश के इस आतंकी ठिकाने के बारे में पता था जहां मुजाहिद्दीनों को ट्रेन किया जाता था.