महेश भट्ट और मुकेश भट्ट ने अपने बैनर विशेष फिल्म्स के तहत तीस से अधिक वर्षों तक फिल्में बनाईं। इस साल की शुरुआत में, दोनों ने एक चौंकाने वाले पेशेवर अलगाव की घोषणा की। हाल ही में एक साक्षात्कार में, अभिनेता इमरान हाशमी, जिन्होंने भट्ट कैम्प के साथ अपने अभिनय करियर की शुरुआत की, ने महेश और मुकेश भट्ट के विभाजन के बारे में बात की।
महेश और मुकेश भट्ट के अलगाव पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए, इमरान ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “मेरे पास विशेष फिल्म्स की कई यादें हैं। मैं बस यही चाहता हूं कि हम सब एक साथ एक फिल्म करने के लिए वापस आएं। मुझे नहीं पता कि विषय क्या होगा, हालांकि… सभी अच्छी चीजें आखिर मे खत्म हो जाती हैं। समीकरण बदलते हैं। कुछ भी स्थायी नहीं है। और मैं यह ब्योरा जाने बिना कह रहा हूं कि उनके बीच क्या हुआ है। ”
अभिनेता ने यह भी साझा किया कि पेशेवर मतभेदों को अलग रखते हुए, वह अभी भी दोनों भाइयों के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी बात है तो मैं अब भी उन दोनों से बात करता हूं। मुंबई सागा से पहले मुकेश जी ने मुझे विश किया। मैं महेश भट्ट के संपर्क में हूं।”
पिछले साल मुकेश भट्ट ने खुलासा किया था कि उनके भाई महेश भट्ट ने उनकी पारिवारिक फिल्म कंपनी विशेष फिल्म्स के क्रिएटिव कंसल्टेंट पद से इस्तीफा दे दिया है। एक इंटरव्यू में मुकेश भट्ट ने सफाई दी थी कि दोनों भाइयों के बीच किसी तरह का झगड़ा नहीं हुआ है। बल्कि विशेष फिल्म्स हमेशा से उनकी ही कंपनी थी। महेश इसमें सिर्फ बतौर कंसल्टेंट काम कर रहे थे। अब यह बैनर मुकेश के बच्चे बेटी साक्षी और बेटे विशेष चलाएंगे।
विशेष फिल्म्स के बैनर तले बनी आखिरी रिलीज फिल्म ‘सड़क 2’ थी, जिसे महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था। बतौर डायरेक्टर महेश भट्ट ने कंपनी के साथ करीब 24 साल बाद वापसी की थी। उन्होंने विशेष फिल्म्स के बैनर तले 1996 में आई ‘दस्तक’ और उससे पहले कई फिल्में निर्देशित की थीं।
कंपनी की अन्य फिल्मों की बात करें तो इनमें ‘डैडी’, ‘आशिकी’, ‘सड़क’, ‘दुश्मन’, ‘राज’, ‘मर्डर’, ‘जहर’, ‘गैंगस्टर’ और ‘जन्नत’ शामिल हैं। इनमें से ‘राज’, ‘मर्डर’ और ‘जन्नत’ जैसी कई फिल्में फ्रेंचाइजी के तहत बनाई गई हैं।