नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया): ब्लैक मनी को खपाने और एक्सचेंज के खेल में ईडी ने दिल्ली में लॉ फर्म के मालिक रोहित टंडन को गिरफ्तार किया। रोहित टंडन पर नोटबैन के बाद बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से करीब 70 करोड़ की रकम को सफेद कराने का आरोप है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने टंडन से पूछताछ भी की । जिसके बाद बुधवार को दिल्ली के केजी मार्ग में कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर की गिरफ्तारी हुई थी।
बैंक मैनेजर से मिले थे सुराग
रोहित टंडन के घर से बरामद किए गए नए नोटों की जांच के दौरान कई अहम सुराग मिले। जिसके आधार कोटक महिंद्रा बैंक की केजी मार्ग ब्रांच के मैनेजर को गिरफ्तार किया गया था। आपको बता दें कि कोर्ट ने मैनेजर को पांच दिन की कस्टडी में भेजा है। अब तक की पूछताछ में ईडी को पता चला है कि आशीष ने 38 करोड़ रुपये का फर्जी ड्राफ्ट बनावाया था, 13 करोड़ रुपये के नोट बदले थे ।
ईडी ने जुटाए अहम सबूत
प्रवर्तन निदेशालय ने टंडन के मोबाइल से व्हाट्सएप के जरिए कई और लोगों से बातचीत का ब्योरा भी बरामद किया है। ईडी की जांच में रोहित टंडन समेत कई और बड़े कारोबारियों का नाम सामने आया था। जानकारी के मुताबिक ईडी जल्द सभी कारोबारियों से पूछताछ कर सकता है।