छत्तीसगढ़ में 12 और 20 नवंबर को दो चरणों में विधानसभा के चुनाव होने है, लेकिन चुनाव का शंखनाद होने से पहले ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. जी हां छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके भाजपा में शामिल हो गए हैं.
आपको बता दें कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री रमन सिंह की मौजूदगी में रामदयाल उइके बीजेपी में शामिल हुए हैं. राजनीतिक प्रक्षकों की मानें तो रामदयाल उइके के पार्टी से जाने से कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनाव में सियासी नुकासान का सामना करना पड़ सकता है.
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के चुनाव को सियासी दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि ये पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव आने वाले लोकसभा चुनाव की फिजा मापने के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है, इसलिए इस चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार बेहद गर्म है.
वैसे तो रामदयाल उइके कि मतदाताओं के बीच में ठीक-ठाक पैठ मानी जाती है. अब चुनाव के ऐन वक्त रामदयाल उइके का कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल होना कहीं न कहीं कांग्रेस के चुनवी समीकरण को बिगाड़ सकता है. गौरतलब हो कि कांग्रेस लगातार छत्तीसगढ़ से बीजेपी की सत्ता को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
फिलहाल अब तो आने वाल वक्त ही बताएगा कि रामदयाल उइके का कांग्रेस को छोड़ना और बीजेपी का दामन थामना, कांग्रेस के लिए कितना नुकासानदायक साबित होगा.