सत्ता में आने के पहले 300 रुपये का सिलेंडर 1100 रुपये से अधिक कर के अब दो सौ की रेवडी वह भी भारत की बहनों को राखी का उपहार के नाम पर देना ! नरेंद्र मोदी की सस्ती लोकप्रियता का फंडा है ! आज भारत के सभी अखबारों के प्रथम पृष्ठ पर इस रेवडी बांटने का विज्ञापन देना पड़ रहा है !
जर्मनी में ऐसा नब्बे साल पहले डॉ. गोएबल्स हिटलर की घोषणाएं तथा अन्य प्रचार- प्रसार इसी तरह से करता था ! उसीका तर्क है कि बात भले ही झुठी क्यों न हो , दस बार दोहराने से लोगों को सच लगने लगती है ! भारत में पिछले नौ सालों से भाजपा इसी तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं ! और हिटलर के जमाने में सिर्फ प्रिंट मीडिया और रेडियो प्रसारण की सुविधा थी !
लेकिन अब राजीव गांधी के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के समय सॅम प्रितोडा के सहयोग से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने सेटेलाईट की वजह से तैयार किया गया माध्यम, सोशल मीडिया तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेडिमेड उपलब्ध था ! जिसका नरेंद्र मोदीजी ने 2007 मतलब आजसे सोलह साल पहले ! जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे ! तब उन्होंने थायलंड की सोशल नेटवर्किंग वाली एजेंसी को फिस देकर गुजरात दंगों के वजह से बीगडी हुई छवी को दुरूस्त करने के लिए, विशेष रूप से किराये पर रखने की शुरुआत की है !
तबतक भारत के किसी भी राजनीतिक दल को यह बात सुझी नही थी ! अब सभी ने शुरुआत की है ! लेकिन संघ और भाजपा इस क्षेत्र में सब से आगे है ! उनके ‘सैफ़्रॉन डिजिटल आर्मी’ के स्वयंसेवकों की संख्या लाखों में चौबीसों घण्टे विरोधी दलों तथा अन्य विचारधारा के लोगों को ट्रोल करते हैं ! जिसमें चंद मिडिया के जो लोग हिम्मत से वर्तमान सरकार की गलतियों पर लिखते – बोलते हैं ! उन्हें ट्रोल करते हैं जिसमें नंबर एक पर रविश कुमार और राजनीति में नंबर एक पर जवाहरलाल नेहरू तथा राहुल गांधी और उसकी माँ तथा बहन प्रियंका के खिलाफ कमर के निचे चरित्र हनन करते रहते हैं !
मशहूर पत्रकार स्वाती चतुर्वेदी ने खुद के ट्रोलिंग के अनुभवों को अपनी ‘आई एम ए ट्रोल ‘ नामकी किताब मे विस्तार से जानकारी दी है ! तथा नरेंद्र मोदीजी तथा राम माधव, अरविंद गुप्ता और उन्होंने खडी की हुई ‘सेफ्रोन डिजिटल आर्मि’ ( यह स्वाती चतुर्वेदी का शब्द है ! ) आज लाखों की संख्या में यह डिजिटल आर्मी ‘ट्रोलिंग’ मतलब सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विचारों से असहमती रखने वाले लोगों के पिछे पडकर उनके खिलाफ अनर्गल लिखने से लेकर, मॉर्फ फोटो और विडियो के माध्यम से उनकी छवि धुमील करने के लिए लोग चौबीसों घण्टे’ ट्रोलिंग’ का काम करते हैं !
और सिर्फ दो घंटे सोने वाले आतिव्यस्त प्रधानमंत्री श्रीमान राजर्षी नरेंद्र मोदीजी खुद उन लोगों को फॉलो करते हैं ! और यह बात भाजपा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार अरुण शौरी ने कहा कि ( ‘By following them Modi is giving the message : I am following it. [ If ] You are following, then you are encouraging it. Next I hear he had a reception for them. You are receiving the same fellows in the PM’s official residence. Then the encouraged fellows put up their photos with Modi. Next I heard one of them had been made the chief of the BJP’s IT cell, so obviously it’s now a party operation, one of the many operations being used to silence voice in the whole country ‘) उन्हें इस काम के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री आवास पर बुलाकर उनका सम्मान करने की फोटो स्वाती चतुर्वेदी ने अपनी किताब में दी है ! और उन ट्रोलर लोगों की आपत्तिजनक पोस्ट के स्क्रीन शॉट्स भी जगह – जगह दिए हैं !
नौ सालों के पहले ही भारत का मुख्य धारा के मिडिया को अपने प्रचार- प्रसार करने के लिए अंबानी और अदानी उद्योग समूह के द्वारा खरीदकर अपनी छवी प्रधानमंत्री बनने के लिए, काम शुरू किया था !
और अब वैज्ञानिकों की उपलब्धियों से लेकर हमारे देश के सैनिकों ने जाने गवाकर कीए हुए पराक्रमो को भी अपने नाम पर कर लेने की, दुसरे की मेहनत को अपने नाम पर कर लेने वाले व्यक्ति को, आत्मलुब्ध ही कहा जा सकता है !
जिस गुजरात में 2015 में चार दलितों को गाडी के पिछे बांधकर घसीटते हुए उनके शरीर की चमडी उधेडकर रख दिया था ! उस उना जैसे कांड में प्रधानमंत्री ने अपने गृहराज्य में एक बार भी उना जाकर उन दलितों की खबर नही ली ! लेकिन अब चुनाव को देखते हुए ! और अपना तथाकथित लोकप्रियता का ग्राफ निचे जा रहा देखकर ! रसोई गैस की चार गुना अधिक किमत बढाकर ! अब राखी की आडमे बहनों को 200 रुपये की भेंट ! तथा गुजरात के ओबीसीयो को ग्राम पंचायत तथा स्थानीय निकायों के चुनाव में पहले 10 % आरक्षण था ! अब 27 % करने की घोषणा ! शतप्रतिशत आगामी लोकसभा चुनावों के लिए नरेंद्र मोदीजी की ही भाषा में रेवडी बाटना शुरू हो गया है ! इसके अलावा चुनाव की आचारसंहिता लागू होने के पहले और भी रेवडीया बांटने का फैसला किया जायेगा !
यहि फैसले दुसरे दलों की घोषणाओ को देखते हुए ‘रेवडी बाटना’ बोलने वाले व्यक्ति को शर्म आनी चाहिए ! अब शायद पेट्रोल के दाम भी कम करने की संभावना है ! क्योंकि चुनाव जो है ? लेकिन नौ सालों में धन्नासेठों की तिजोरीया भरने के सिवा,आम लोगों के लिए महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य तथा शिक्षा मे सरकारी स्कूलों में पाचसौ रुपये फीस, जिसे आम लोगों को अपनी जेब से देना है ! और प्रायवेट स्कूलों की 1100 रुपये की फिस सरकार के तरफसे दी जा रही है ! यह है सबका साथ सबका विकास का मॉडल ?
और सरकारी उपक्रमों को प्रायवेट मास्टर्स औने-पौने दामों में देने के बाद ! प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा बेतहाशा फीस बढाकर भारत के गरीब घरों के छात्रों को शिक्षा जैसे सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र से वंचित करने का षडयंत्र चल रहा है ! और चुनवी रेवडीया वह भी तात्कालिक रूप से क्यों कि जैसे ही चुनाव खत्म होते हैं ! वैसे ही गॅस, पेट्रोल तथा सभी जिवनावश्यक चिजो के दामों को बढाने के उदाहरण है ! नरेंद्र मोदीजी को लगता है कि ” लोगों की याददाश्त बहुत कमजोर है ! और मैंने कल ही की हुई गलतियाँ लोग भुल कर ! आज दी जा रही रेवडीया देखकर खुष होते हैं ! तो 1977 में गरीबी हटाव घोषणा करने वाली संघ की ‘माँ दुर्गा’ इंदिरा गाँधी की सत्ता तो छोडो उनकी अपनी और लाडले बेटे संजय गांधी की लोकसभा में बुरी तरह से हार हुई है ! यह इतिहास को सिर्फ 46 साल ही हो रहे हैं !
मोटाभाई आपका असली रूप नौ सालों में लोगों के सामने उजागर हो गया है ! अब आप गैस सिलेंडर के दाम जो आपके सत्ताधारी होने के पहले एक चौथाई थे ! जिन्हे आपने चार गुना बढा दिए ! और पेट्रोलियम के सभी पदार्थ से लेकर लोगों के सेव्हिंग तथा इंश्योरेंस पॉलिसी में तक और सार्वजनिक सौचालयो से लेकर पार्किंग लॉट तक ! हर चीज पर तथाकथित जीएसटी का भार डालने की चतुराई लोगों से छुपी नहीं है !
सस्ती लोकप्रियता के लिए आपकी हर जुमलेबाजी लोगों की समझ में आ गई है ! और 1977 के जैसे विरोधी दलों की एकजुटता को देखते हुए आपके पैरो के निचे की जमीन खिसक रही है ! और इसलिए ‘इंडिया’ नाम को लेकर घटिया जुमलेबाजी भाजपा के तरफसे शुरू हो चुकी है ! और उस गठबंधन के दबाव में ही रेवडी बाटना शुरू किया गया है !