कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों ने मंगलवार को एक वीडियो जारी कर दावा किया कि नोटबंदी के बाद भी 40 फीसदी कमीशन के बदले नोट बदले गए और इस ‘घोटाले’ के जरिए देश की आम जनता का पैसा लूटा गया जो देशद्रोह है।
विपक्षी दलों के साझा संवाददाता सम्मेलन में जो वीडियो जारी किया गया उसमें यह कथित तौर पर दिखाया गया है कि नोटबंदी के बाद अहमदाबाद के निकट भाजपा के एक कार्यकर्ता ने पांच करोड़ रुपये मूल्य के चलन से बाहर हो चुके नोट बदले और इसके लिए 40 फीसदी कमीशन लिया गया।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इस वीडियो की जिम्मेदारी लेने अथवा इसे सत्यापित करने से इनकार करते हुए कहा कि यह वीडियो एक समाचार पोर्टल से डाउनलोड किया गया है। संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल, राजद के मनोज झा एवं लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव तथा कुछ अन्य विपक्षी नेता मौजूद थे।
सिब्बल ने कहा, ‘‘यह वीडियो सवाल उठाता है कि जब देश की आम जनता कुछ हजार रुपये के लिए मुश्किल का सामना कर रही थी तो उस वक्त गुजरात में भाजपा के कार्यकर्ता के पास इतने पैसे कहां से आए?’’
Delhi: Opposition releases purported video from https://t.co/1Eai2kfdKv alleging a BJP worker offered to convert demonetised currency into new notes at a commission of 40%, in Ahmedabad post demonetization. pic.twitter.com/CyLHrapnbY
— ANI (@ANI) March 26, 2019
उन्होंने कहा, ‘‘देश को फैसला करना है कि चौकीदार कौन है और चोर कौन है? यह भी तय करना है कि देशभक्त कौन है और देशद्रोही कौन है?’’
एक सवाल के जवाब में सिब्बल ने कहा, ‘‘यह देशद्रोह किया गया है। आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है। हमारी सरकार बनने पर हम इसकी जांच कराएंगे।’’
विपक्ष के नेताओं के आरोप पर फिलहाल भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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