जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार को छात्र संगठनों के फिर मारपीट का मामला सामने आया है। एबीवीपी की जेएनयू यूनिट ने दावा किया है कि रविवार देर रात हुई इस मारपीट में उनके कई कार्यकर्ता बुरी तरह से घायल हुए हैं। वहीं, जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की नेता आइशी घोष ने हमले के लिए एबीवीपी पर आरोप लगाया है।

हादसे के बाद स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की नेता और जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने ट्वीट कर बयान जारी कर कहा, ‘एबीवीपी के गुंडों ने जेएनयू में आज हिंसा फैलाई। बार-बार इन अपराधियों ने छात्रों पर हिंसा की है और कैंपस लोकतंत्र को बाधित किया है। क्या जेएनयू प्रशासन अब भी चुप रहेगा? क्या गुंडों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी?’ इसके साथ ही उन्होंने हमले में घायल छात्रों की तस्वीरें भी शेयर की।

रात में ही पुलिस को जानकारी दी गई, लेकिन पुलिस सोमवार सुबह मौके पर पहुंची। हालांकि पुलिस का कहना है कि मारपीट जरूर हुई है, लेकिन मामला बहुत बड़ा नहीं है।

एबीवीपी का बयान: वामपंथियों ने लड़कियां और दिव्यांग छात्रों पर भी किया हमला 
घटना को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि जेएनयू में एबीवीपी के कई कार्यकर्ताओं पर वामपंथी गुटों ने हमला किया। हमले में घायल कुछ कार्यकर्ताओं को एम्स में भर्ती कराना पड़ा है। पीड़ितों में एबीवीपी पदाधिकारी, लड़कियां और दिव्यांग छात्र भी शामिल हैं। उनका कहना है कि स्टूडेंट एक्टिविटी रूम में एबीवीपी कार्यकर्ताओं की बैठक चल रही थी। इसी दौरान एआईएसए, एसएफआई और अन्य वामपंथी दलों के करीब 100 हमलावरों ने वहां पहुंचकर घटना को अंजाम दिया।

पुलिस बोली- दोनों पक्ष एक दूसरे पर लगा रहे आरोप
दक्षिण पश्चिमी डीसीपी गौरव शर्मा ने इस मामले में कहा कि रविवार रात को वसंतकुंज पुलिस स्टेशन में नारेबाजी और झड़प की सूचना मिली थी। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची लेकिन वहां माहौल शांत था।

जांच करने पर पता चला कि छात्र संघ हॉल में एक सेमिनार के आयोजन को लेकर छात्रों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी। जेएनयू छात्र संघ ने इस मामले संबंधित कोई एफआईआर नहीं दर्ज कराई है।

वहां एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने थाने में लिखित शिकायत दी है। इसके साथ ही वामपंथी दल से संबंधित एक सदस्य ने भी शिकायत दी है। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर बैठक में बाधा डालने का आरोप लगा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है।

 

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