CRPF जवान सिर्फ सरहद या मुश्किल हालत में ही हमारी रक्षा नहीं करता। कई बार वो अपनी जान की परवाह किये बिना बहुत कुछ कर जाता है। चुनावी ड्यूटी में जुटे चुनाव सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मियों ने कुछ ऐसा किया है। जिसकी तारीफ जितनी भी की जाए वो कम ही होगा। जवानों ने बहादुरी और मानवता की ज़बरदस्त मिसाल पेश की गई है।
दरअसल झारखंड के गुमला में पोलिंग बूथ पर तैनात एक अधिकारी की अचानक तबीयत खराब हो गई। देखते ही देखते उसकी हालत और बिगड़ गई, और जिस जगह उनकी ड्यूटी लगी थी वहां ज्यादा सुविधाएं नहीं थीं। ऐसे में मौके पर मौजूद एक सीआरपीएफ जवान ने अधिकारी को कंधे पर उठाया और अस्पताल ले गया।
मामला झारखण्ड के गुमला जिले के सरंगो स्थित बूथ नंबर 179 की है। वहां तैनात अधिकारी लियोनार्ड लकड़ा की नाक से अचानक खून निकलने लगा और वे बेहोश होकर जमीन पर गिर गए। इस दौरान वहां तैनात सीआरपीएफ (सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) की 226 बटालियन के जवान अनिल शर्मा ने सूझबूझ और हिम्मत दिखाई। नक्सल प्रभावित इलाका होने के बावजूद शर्मा ने तेजी से कंधे पर अधिकारी को उठाते हुए करीब तीन किमी का रास्ता तय किया और सही समय पर उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया, इससे अधिकारी की जान बच गई।
डॉक्टर ने बताया कि गर्मी की वजह से लकड़ा बेहोश हो गए थे। लोगों को जैसे ही जवान की सूझबूझ और हिम्मत के बारे में पता चला उन्होंने तारीफ की। इससे पहले इसी चुनाव में जम्मू-कश्मीर में भी एक जवान ने चुनाव अधिकारी की जान बचाई थी। वहां अचानक बीमार हुए अधिकारी को सुरक्षाकर्मी ने सीपीआर (मुंह से सांस देना) देकर जान बचाई थी।