नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया)। सुकमा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। इसके ठीक बाद सीमा पर तैनात जवान भी शहीद हुए। इन दोनों मामलों को लेकर मोदी सरकार की जमकर आलोचना हुई। इस दौरान सीआरपीएफ के जवान ने भी मोदी सरकार पर सवाल उठाए थे जिसका वीडियो वायरल हो गया था।
वो जवान दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचा और आत्मसमर्पण करने की इच्छा जाहिर की। जवान ने कहा कि जब से उसने राजनाथ सिंह के खिलाफ आवाज उठाई है। उसकी जान पर खतरा बना हुआ है। उसने अपनी सुरक्षा के लिए अपील की है। पंकज सिंह ने कहा कि उसे बटालियन में कैद करके रखा गया था।
जवान का आरोप है कि सीआरपीएफ ने उसे कैद किया हुआ था। कोर्ट ने जवान का आत्मसमर्पण स्वीकार करते हुए सीआरपीएफ को आदेश दिए हैं कि कानून के मुताबिक जवान के मामले का निपटारा किया जाए। वीडियो में सीआरपीएफ जवान ने कहा था कि हमने वोट मोदी जी को दिया था न कि बीजेपी को, जवान ने कहा था कि राजनाथ सिंह जैसे लोग मोदी जी को बरगला रहे हैं। इसके अलावा जवान ने कहा था कि बीजेपी को ये नहीं भूलना चाहिए कि सीआरपीएफ अमित शाह जैसे लोगों को भी सुरक्षा प्रदान करती है।