अफगानिस्तान पर तालिबान का दबदबा बढ़ता जा रहा है। कई शहरों पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है। अफगानिस्तान और तालिबान में जारी खूनी संघर्ष के बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि मौजूदा दौर में अफगान सुरक्षा और रक्षा बलों को संगठित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। देश में तालिबानी चरमपंथियों द्वारा जो उत्पात मचाया जा रहा है उसपर सरकार की नजर है। सरकार देश में, अस्थिरता हिंसा, पलायन रोकने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस हालात में युद्ध की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

TOLO news के अनुसार राष्ट्रपति गनी ने कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके राष्ट्रपति के रूप में मेरा ध्यान लोगों की अस्थिरता, हिंसा और विस्थापन को रोकने पर है। मैं अफगानों पर युद्ध थोपने नहीं दूंगा. न ही 20 वर्षों के लाभ को हानि में बदलकर कत्ले आम और सार्वजनिक संपत्ति का विनाश होने दूंगा।”

टोलो न्यूज के मुताबिक, राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि मौजूदा स्थिति में, अफगानों की रक्षा और सुरक्षा बलों को फिर से संगठित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गनी ने इस बात के कोई संकेत नहीं दिए कि वह पद से इस्तीफा देंगे या मौजूदा स्थिति की जिम्मेदारी लेंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि युद्ध की कोशिश करने और समाप्त करने के लिए वह “परामर्श” कर रहे हैं।

बता दें कि तालिबान लड़ाकों ने शुक्रवार को लोगहर प्रांत की राजधानी पुल-ए-आलम पर भी कब्जा कर लिया. अब यहां से काबुल सिर्फ 50 किलोमीटर (30 मील) दूर है। तालिबान ने अपने आध्यात्मिक गढ़ कंधार, जो अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, पर भी नियंत्रण कर लिया है। फिलहाल सरकार के नियंत्रण में कुछ शहर बचे हुए हैं।

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