कोरोनावायरस के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। मध्य प्रदेश में ही इस वैरिएंट के 7 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 2 मरीजों की मौत हो चुकी है। डॉक्टर्स का कहना है कि जिन मरीजों की जान गई, उन्हें वैक्सीन नहीं लगी थी। वहीं जिन तीन मरीजों को वैक्सीन की एक या दो डोज लग चुकी हैं वे ठीक हो गए हैं या होम आइसोलेशन में हैं।

बता दें कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के 7 मरीजों में से 3 मरीज भोपाल के दो उज्जैन के, एक रायसेन और एक अशोक नगर जिले के हैं। सभी सात मरीजों को पिछले महीने कोविड पोजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। उसके बाद टेस्ट में पता चला कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के शिकार हैं. मध्य प्रदेश उन तीन राज्यों में से एक है जहां डेल्टा प्लस वेरिएंट पाया गया है। अन्य दो राज्यों में केरल और महाराष्ट्र हैं। जम्मू-कश्मीर में भी डेल्टा प्लस वेरिएंट का मामला सामने आया है।

डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर अब विपक्ष ने सरकार को घेरना भी शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोशल मीडिया के जरिए मोदी सरकार से ये 3 सवाल पूछे हैं-

1. इसकी जांच और रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर टेस्टिंग क्यों नहीं हो रही?
2. वैक्सीन इस पर कितनी प्रभावशाली है, पूरी जानकारी कब मिलेगी?
3. तीसरी लहर में इसे नियंत्रित करने का क्या प्लान है?

भारत में डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर 3 राज्यों में चेतावनी
एक्सपर्ट्स का मानना है कि डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट भारत में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है। इसे देखते हुए सरकार ने दो दिन पहले महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और केरल को तैयार रहने के निर्देश भी दिए हैं। भारत में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के 40 मामले सामने आ चुके हैं।

जानकारी के मुताबिक, डेल्टा प्लस नौ देशों- अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, रूस, चीन और भारत में पाया गया है।

Adv from Sponsors