भोपाल। कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाहों का दौर और इससे भय खाते लोगों ने वैक्सीनेशन का ग्राफ नीचे की तरफ जा रहा है। खासकर गांवों में इस तरह का माहौल ज्यादा है। इस स्थिति से निपटने अब ग्रामीणों को वैक्सीनेशन का महत्व बताने टोलियां निकल पड़ हैं। आकर्षक नारों और व्यक्तिगत समझाईश के दौरान लोगों को अफवाहों से बचने और कोविड नियमों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।
राजधानी भोपाल की समीपस्थ तहसील बैरसिया में इस तरह का अभियान चल पड़ा है। जहां आशा कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों को समझाइश देने का बीड़ा उठाया है। उनके इस काम में पंचायतकर्मी भी सहयोग कर रहे हैं। जिनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के फायदे गिनवाए जा रहे हैं। साथ ही इसके न लगाने से होने वाले नुकसान की व्याख्या भी ग्रामीणों के सामने की जा रही है।
ग्राम पंचायत नलखेड़ा में वैक्सीनेशन की जागरूकता हेतु आशा कार्यकर्ता अर्चना कुशवाह, आशा सहयोगी प्रर्मिला राजपूत, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बंसती माली सहित अन्य पंचायतकर्मी आंगनवाड़ी केंद्रों एवं क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं। इस दौरान लोगों को बताया जा रहा है कि कोरोना से जंग जीतने के लिए टीकाकरण ही एक उपाय है। वहीं जानकारी दी जा रही है कि इस टीके से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। टीके के प्रति फैल रही झूठी अफवाहों से बचें और 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग टीकाकरण अभियान में भाग लें।
साथ ही इस दौरान ग्रामीणों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन व स्वच्छता रख सर्दी जुकाम व खांसी बुखार आदि तकलीफ होने पर तुरंत ग्राम की आशा कार्यकर्ता से संपर्क करने या अस्पताल पहुंचकर जांच व उपचार कराने की सलाह दी। प्रचार टीम ने आंगनवाड़ी केन्द्रों और गांव की दीवारों पर आकर्षक नारे लिखकर भी लोगों को समझाइश देने की शुरूआत की है।