भोपाल। सरकारी नौकरी में रहते हुए किसी कर्मचारी के निधन के बाद दी जाने वाली अनुकंपा को अधिकारियों-कर्मचारियों ने धांधली का जरिया बना लिया है। चंद बरस पहले हुई एक अनुकंपा नियुक्ति कर्मचारी की पत्नी को मिली थी, लेकिन इस पद पर काम करने के लिए अब पत्नी की बजाए कर्मचारी का बेटा मौजूद है। लंबे समय से चल रही इस धांधली की खबर विभाग के जिम्मेदारों को भी है, लेकिन किसी गोपनीय एजेंडे के चलते इस अव्यवस्था को जारी रखा जा रहा है।
मामला धार जिले की मनावर तेहसील है। सूत्रों का कहना है कि यहां स्थित सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी की मौत के बाद उसकी पत्नी सलीता को अनुकंपा नियुक्ति दी गई थी। लेकिन बताया जाता है कि अनुकंपा नियुक्ति मिलने के बाद से ही सलीता की बजाए उसका बेटा रवि यहां अपनी सेवाएं दे रहा है। तेहसील मुख्यालय पर स्थित इस कार्यालय में अधिकारियों की मौजूदगी रहती है और बाकी स्टॉफ भी यहां मौजूद रहता है, बावजूद इसके इस अव्यवस्था और धांधली पर किसी का ध्यान नहीं है।

दो हिस्सों में बंटे सब-रजिस्ट्रार
जानकारी के मुताबिक मनावर उप पंजीयक कार्यालय के सब रजिस्ट्रार लंबे समय से दो स्थानों पर सेवाएं दे रहे हैं। वे मनावर के अलावा धरमपुरी की जिम्मेदारी भी संभाले हुए हैं। जिसके चलते वे तीन दिन मनावर और तीन दिन धरमपुरी में काम देखते हैं। इस स्थिति का नतीजा यह है कि जब वे धरमपुरी में होते हैं तो मनावर का काम प्रभावित होता है और मनावर में होने पर धरमपुरी के रजिस्ट्री करवाने वालों को उनका इंतजार करना पड़ता है। साहब के दो स्थानों पर बंटे होने से दोनों कार्यालयों के कर्मचारियों में भी अधिकारी का खौफ और दहशत बाकी नहीं रही है।

बॉक्स
हो चुकी है बड़ी धांधली
मनावर उप पंजीयक कार्यालय में अधिकारी की टुकड़ों में मौजूदगी का ही असर कहा जा सकता है कि यहां पिछले साल एक बड़ा रजिस्ट्री घोटाला हो चुका है। कार्यालयीन कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत के साथ हुए इस मामले से सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए की चपत लगी है। हालांकि जांच का दायरा फैला तो महज एक स्टाम्प वेंडर और टाईपिस्ट तक ही सिमट कर रह गया। इस मामले में फिलहाल इन दो लोगों को ही आरोपी बनाया गया है, जो जेल की सलाखों के पीछे से अपने बेगुनाह होने की गुहार लगा रहे हैं। गौरतलब है कि किसी भी धांधली के लिए बिना कर्मचारियों और अधिकारियों की सहभागिता के काम नहीं हो सकता, जबकि टाइपिस्ट या स्टॉम्प वेंडर बाहरी लोग हैं, जो चाहकर भी कोई नियमविरुद्ध काम नहीं कर सकते।

बॉक्स
अफसर बोले, नो कमेंट
मनावर सब रजिस्ट्रार कार्यालय में जारी अव्यवस्था को लेकर जब उप पंजीयक योगेश पाटीदार से जानकारी ली तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
———————–

  खान अशु

Adv from Sponsors