पिछले दो साल से धरती की कक्षा में भटक रहा चीन का स्पेस स्टेशन ‘द तियांगोंग-1’ आखिरकार धरती से टकरा ही गया. दरअसल यह स्पेसस्टेशन दो साल पहले ख़राब हो चुका था और तभी से बेकार हो कर कक्षा में मंडरा रहा था. इस स्पेसस्टेशन को लेकर कई तरह की बातें भी सोशल मीडिया पर आ रही थीं, इसे लेकर तो यहाँ तक कहा जा रहा था कि इसके धरती पर टकराने के बाद तबाही भी मच सकती है और यह धरती के लिए ख़तरा साबित हो सकता है, लेकिन सही मायने में ये सब महज अफवाह थी क्योंकि धरती के वायुमंडल में पहुंचते ही यह क्रैश हो गया है, और आखिर में दक्षिण प्रशांत महासागर में समा गया.
बता दें कि दो साल से अंतरिक्ष में बेकार घूम रहे इस स्पेस स्टेशन में भारी मात्रा में ज़हरीला तरल भार हुआ था और इसी वजह से इसे धरती के लिए ख़तरा बताया जा रहा था लेकिन राहत की खबर यह है कि रविवार देर रात यह स्पेस स्टेशन धरती के वायुमंडल में गिरा. भारतीय समय के मुताबिक रविवार देर रात करीब 1.45 पर धरती के वायुमंडल में पहुंचा और धरती के वायुमंडल में पहुंचते ही क्रैश हो गया.
पहले आशंका जताई जा रही थी कि जैसे ही यह स्पेस स्टेशन धरती के वायुमंडल में प्रवेश करेगा वैसे ही इसमें आग लग जाएगी और यह जलकर नष्ट हो जाएगा, क्योंकि आमतौर पर जब भी कोई स्पेस स्टेशन धरती पर गिरता है तो उसके साथ ऐसा ही होता है. बता दें कि पहले भी कई बार कई देशों के स्पेस स्टेशन पूरी तरह से खराब होने के बाद धरती की कक्षा में गिर चुके हैं और ज़्यादातर स्पेस स्टेशन भारी दबाव की वजह से धरती के वायुमंडल से टकराते ही आग पकड़ लेते हैं और नष्ट हो जाते हैं.
Read Also: ईराक में मारे गये भारतीयों के शव लेकर आज वतन लौटेंगे जनरल वीके सिंह
इस स्पेस स्टेशन को सितंबर 2011 में बीजिंग से लॉन्च किया गया था. लॉन्चिंग के 5 साल बाद मार्च 2016 से इससे आधिकारिक रूप से डेटा मिलना बंद हो गया था. चीन की स्पेस एजेंसी चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ने मई 2017 में बयान जारी कर कहा था कि उसका स्पेस स्टेशन से मार्च 2016 से संपर्क टूट गया था और ये अंतरिक्ष में घूम रहा है और किसी भी वक्त धरती पर क्रैश हो सकता है.