चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को 100 साल पूरो हो चुके हैं। वहां की सरकार इसका सेलिब्रेशन कर रही है। ऐसा ही एक समारोह गुरुवार को हुआ। इसमें राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भाषण दिया। उन्होंने धौंस दिखाते हुए कहा कि मैं शपथ लेता हूं कि चीन की मिलिट्री की ताकत को और बढ़ाया जाएगा। हमारी मिलिट्री को हम वर्ल्ड क्लास बनाएंगे। उन्होंने कहा कि वो दौर अब हमेशा के लिए जा चुका है, जब कोई भी देश चीन को धमकाकर चला जाता था।
राजधानी बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर पर माओत्से तुंग के विशाल चित्र के ऊपर, उस पोडियम से बोलते हुए, जहां से तुंग ने साल 1949 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की घोषणा की थी, शी ने आय बढ़ाने और राष्ट्रीय गौरव को बहाल करने के लिए पार्टी की प्रशंसा की। राष्ट्रपति ने कहा, “चीन को धमकाए जाने का युग हमेशा के लिए चला गया है। ”
अफीम युद्धों की अधीनता से लेकर चीन में समाजवादी क्रांति की स्थापना के संघर्ष तक को रेखांकित करते हुए शी ने कहा कि पार्टी ने “राष्ट्रीय स्तर पर देश का कायाकल्प” किया है, जिसने लाखों लोगों को गरीबी से मुक्ति दी है और “विश्व विकास के परिदृश्य को बदल दिया है।” शी ने इस मौके पर राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए “विश्व स्तरीय” सेना का निर्माण जारी रखने की कसम खाई।
जानिए कम्युनिस्ट पार्टी के बारे मे
- 1921 में जब यह पार्टी बनी तो किसी ने नहीं सोचा था कि एक वक्त इसका कोई विकल्प ही नहीं होगा। सिर्फ 50 लोगों ने इसकी स्थापना की थी।
- फाउंडर थे चेन डुग्झियू और लि डेझाओ। मजे की बात यह है कि चेन और डेझाओ दोनों ही जापान से मार्क्सवाद का किताबी ज्ञान लेकर आए थे।
- 1949 में सिविल वॉर के बाद जब ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना’ की स्थापना हुई तो उस वक्त CCP में 2.2 करोड़ लोग मेंबर बन चुके थे।
- CCP में इस वक्त 3 विंग हैं। इन्हें क्लास भी कहा जाता है। ये हैं- फार्मर्स, वर्कर्स और सोल्जर्स। इसी आधार पर पार्टी मेंबर भी बनाए जाते हैं।
- 2011 के एक सर्वे में सामने आया था कि 15 राज्यों की 140 यूनिवर्सिटीज के 80% स्टूडेंट भविष्य में इसी CCP का हिस्सा बनना चाहते थे।
- पार्टी का सदस्य बनना भी आसान नहीं है। इसके लिए 20 स्टेप्स का एक प्रोसेस पूरा करना होता है। इसमें 2 से 3 साल तक लग जाते हैं।