दुनिया का बॉस कहा जाने वाला अमेरिका (America) अब हर मोर्चे पर चीन (China) से पीछे खिसकता दिखाई पड़ रहा है. इस बार चीन ने अमेरिका को पछाड़कर दुनिया (World) के सबसे अमीर देश (Richest Country) का तमंगा हासिल किया है. बता दें कि पिछले 20 सालों में दुनिया की संपत्ति तीन गुना हो गई है. इन सबके बीच सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर ये है कि इन संपत्तियों में चीन की हिस्सेदारी एक-तिहाई है. दुनियाभर के देशों की बैलेंसशीट पर नजर रखने वाली मैनेजमेंट कंसल्टेंट मैकिन्ज़ी एंड कंपनी (Management Consultant McKinsey & Company) की अनुसंधान शाखा की रिपोर्ट के मुताबिक चीन अब दुनिया का सबसे अमीर देश बन चुका है.
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि दुनिया में सबसे ज्यादा संपत्ति वाले चीन और दूसरी नंबर पर मौजूद अमेरिका के धन का बहुत बड़ा हिस्सा कुछ अमीर लोगों तक ही सीमित है. रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों अमीर देशों में दस प्रतिशत आबादी के पास सबसे ज्यादा धन है. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि इन देशों में अमीरों की तादाद तेजी से बढ़ रही है, जिसके कारण अमीर और गरीब देशों के बीच बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है.
चीन और अमेरिका के धन का बड़ा हिस्सा कुछ लोगों तक सीमित
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन और अमेरिका के धन का बहुत बड़ा हिस्सा कुछ अमीर लोगों तक ही सीमित है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों देशों में 10% आबादी के पास सबसे ज्यादा धन है। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि इन देशों में अमीरों की तादाद तेजी से बढ़ रही है, जिसके कारण अमीर और गरीब देशों के बीच बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है।
कुल संपत्ति का 68% हिस्सा अचल संपत्ति के रूप में
रिपोर्ट में बताया गया है कि कुल वैश्विक संपत्ति का 68% हिस्सा अचल संपत्ति के रूप में मौजूद है, जबकि बाकी संपत्ति में बुनियादी ढांचा, मशीनरी और उपकरण जैसी चीजें शामिल हैं।
भारत के मुकाबले चीन की नेटवर्थ 8 गुना से भी ज्यादा
क्रेडिट सुइस की ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2019 में इंडिया की नेटवर्थ 12.6 खरब डॉलर पर थी। जो चीन की नेटवर्थ 120 खरब डॉलर के मुकाबले 8 गुना से भी कम है। हालांकि 2019 के बाद से भारत की नेटवर्थ के बारे में जानकारी नहीं दी गई है।