उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र में बुधवार को प्रदेश सरकार के अनुपूरक बजट पेश करने के बाद गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलने के साथ ही सरकार के कामकाज पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान विपक्ष पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि पहले यह लोग अयोध्या में झांकते भी नहीं थे। अब हर व्यक्ति कहता फिर रहा है कि राम हमारे हैं। आज हर व्यक्ति कह रहा राम-राम। आज लोग कहते हैं हम राम-कष्ण के भक्त हैं। 2013 से पहले लोग कहते थे कि हम कंस की मूर्तियां लगाएंगे, हमने उनकी मानसिकता बदली। पहले राम, कृष्ण शंकर सब उनके लिए सांप्रदायिक थे, अब समाज के कारण सब भक्त बन गए हैं। ब्रज क्षेत्र में जो लोग कंस की प्रतिमा लगाने का दावा कर रहे थे, जिनके लिए राम कृष्ण साम्प्रदायिक होते थे, अब दण्डवत होकर कह रहे हम भी भक्त हैं। हालात यह है कि आज सबकी टोपियां उतर गईं हैं।
घोषणा: 1000 योग्य युवाओं को लैपटॉप व प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को भत्ता देगी सरकार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विधानसभा सत्र के दौरान सदन को संबोधित करते हुए 1000 योग्य युवाओं को लैपटॉप व टैब देने के साथ ही तीन प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को भत्ता देने की घोषणा की है।
उन्होंने प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारियों व पेंशनर को एक जुलाई से 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ महंगाई भत्ता देने की घोषणा की है। वहीं, अधिवक्ताओं के लिए सामाजिक सुरक्षा के तहत पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि व्यवसाय की सुगमता क्या होनी चाहिए इसपर हमने व्यापक संशोधन किए, नीतियां बनाई जिसके परिणाम सामने हैं। अगर दुनिया में भारत निवेश का सबसे अच्छा देश है, तो देश में उत्तर प्रदेश सबसे अच्छा गंतव्य है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश 16वें स्थान से दूसरे स्थान पर आया है।
पांच वर्ष पहले प्रदेश की ग्रास स्टेट डोमेस्टिक प्रोडेक्ट (जीएसडीपी) 10-11 लाख करोड़ के आसपास थी आज हम इसे 20-21 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने में सफल हुए हैं। 2015-16 में उत्तर प्रदेश देश अर्थव्यवस्था में छह नंबर पर था। उत्तर प्रदेश आज तो नंबर 2 की अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्ष के दौरान प्रदेश में बजट का दायरा लगभग दोगुना हुआ।
आज हम लगभग 6 लाख करोड़ रुपये तक बजट के दायरे को पहुंचाने में सफल रहे हैं। बड़ी सोच, बड़े कार्य तो बजट का दायरा भी बड़ा होगा।कुछ लोग महिला कल्याण की बात करते हैं पर एक अपराधी माफिया को अपने राज्य में शरण दे रहे थे, प्रोटेक्ट कर रहे थे।