अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन पर चुनाव प्रचार के दौरान चप्पल फेंकी गई। वह तमिलनाडु के मदुरई के तिरूपुरकुंदरम विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे। उन्होंने तीन दिन पहले महात्म गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को आजाद भारत का पहला हिंदू आतंकी करार दिया था।चप्पल फेंकने के आरोप में बीजेपी और हनुमान सेना के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। उनपर चप्पल तब फेंकी गई जब वह मंच पर जनता को संबोधित कर रहे थे। हालांकि चप्पल उन्हें नहीं लगी और वह भीड़ पर ही गिर गई।
नाथूराम गोडसे आजादी के बाद भारत का पहला आतंकवादी
अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का संदर्भ लेते हुए हिन्दू को आजादी के बाद भारत का पहला आतंकवादी बताया था. अपने इस बयान से मक्कल नीधि मैयम (एमएनएम) के संस्थापक कमल हासन विवादों में घिर गए हैं. इस पर सफाई देते हुए उन्होंने बुधवार को कहा, “हमने वही कहा है जो एक ऐतिहासिक सच्चाई है.” कमल हासन ने मद्रास हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका भी दायर की है. उनकी पूर्व की याचिका पर कोर्ट ने गौर करने से इनकार कर दिया था जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी खारिज करने की अपील की थी. बता दें कि राज्य के अरवाकुरिचि पुलिस ने मंगलवार को हासन के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए और 295 ए के तहत एफआईआर दर्ज की है. ये धाराएं धार्मिक भावनाएं आहत करने और विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने से जुड़ी हैं.
वहीं, कमल हासन की पार्टी एमएनएम ने दुग्ध और दुग्ध उत्पाद विकास मंत्री के टी राजेंद्र भालाजी के खिलाफ चेन्नई और तिरुचिरापल्ली में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. मंत्री ने कहा था कि हासन के इस बयान के लिए उनकी जीभ काट ली जानी चाहिए. हासन की पार्टी ने दावा किया कि रविवार को उनके दिये गये बयान को ‘संदर्भ से पूरी तरह हटाकर’ पेश किया गया. अपने बयान पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए हासन ने अपने विरोधियों से बस ‘जायज आरोप’ लगाने को कहा है और पूछा कि राजनीति में कदम रखने के बाद क्या वह समाज के बस एक ही तबके की बात करें.
कमल हासन ने मदुरै के समीप तिरूपुरकुंदरम में उप चुनाव के प्रचार के दौरान कहा, ‘‘मैं अरवाकुरिचि में जो कुछ कहा, उससे वे नाराज हो गये. मैंने जो कुछ कहा है वह ऐतिहासिक सच है. मैंने किसी को झगड़े के लिए नहीं उकसाया. ’’ उन्होंने कहा कि सच विजयी होता है न कि जाति और धर्म, और ‘‘मैने ऐतिहासिक सच कहा है, ’’ हासन ने कहा, ‘‘ शब्द का अर्थ समझिए. मैं (गोडसे के खिलाफ) आतंकवादी या हत्यारा शब्द का इस्तेमाल कर सकता था . हम सक्रिय राजनीति में हैं, कोई हिंसा नहीं होगी.’’
एमएनएम चीफ कमल हासन ने कहा कि क्या उनके आलोचक उनके बयान में ऐसा कुछ दिखा सकते हैं जो हिंसा भड़काए. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जो आरोप लगाए जा रहे हैं इससे उन्हें पीड़ा पहुंची है. हासन ने कहा, ‘‘वे कह रहे हैं कि मैंनें हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई. मेरे परिवार में भी कई हिंदू हैं. मेरी बेटी भी हिंदू धर्म को मानती है.’’ हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि दो बेटी में से कौन सी बेटी हिन्दू धर्म को मानती हैं. हासन ने कहा, ‘‘ मुझे अपमानित करने के लिए मेरी विचारधारा का ढोल मत पीटिए. आपके हाथ कुछ नहीं आएगा. दरअसल ईमानदारी मेरी विचारधारा का आधार है जबकि आपके साथ ऐसा नहीं है.’’
कमल हासन ने बिना किसी का नाम लिये कहा, ‘‘ आपने अपने बुनियाद को झूठा बना लिया है, आप कहीं भी हों, चाहे दिल्ली या चेन्नई में, आप लंबे समय तक झूठ बोलकर लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकते.’’ दिल्ली हाईकोर्ट ने हासन के बयान के खिलाफ कार्रवाई और चुनाव आयोग को चुनावी फायदे के लिए धर्म के इस्तेमाल पर रोक के लिए कार्रवाई करने का निर्देश देने संबंधी एक जनहित याचिका पर गौर करने से इनकार कर दिया. इस बीच बीजेपी ने कहा कि यह ऐसा विषय नहीं है जिस पर सार्वजनिक सभा में बोला जाए और उसने पूछा किया कि गांधी की हत्या के इतने सालों बाद उन्हें किसने इस मुद्दे को उठाने के लिए उकसाया.
वैष्णव संत मन्नागुडी के चंद्रलेखा संपत कुमार रामानुज जीयार ने कमल हासन से ऐसे बयान नहीं देने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि कमल हासन ऐसे बयान देते रहेंगे तो वह प्रदर्शन पर उतर आयेंगे. इस बीच तिरुपरंकुंडरम विधानसभा क्षेत्र में कमल हासन की गाड़ी पर चप्पल फेंकी गईं जिस पर से वह चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. हालांकि चप्पल हासन को नहीं लगी. इस संबंध में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है.