पटना। बिहार कि राजधानी पटना में बेख़ौफ़ अपराधियों ने भरे बाज़ार में केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद के निजी सचिव संजीव सिन्हा की पत्नी निशा सिन्हा को लूट लिया। अपराधी इतने बेख़ौफ़ थे कि,  विरोध करने पर संजीव सिन्हा कि पत्नी निशा सिन्हा पर फायरिंग भी कि लेकिन वह बाल-बाल बच गई। नकाबपोश बदमाशों कि गोली उनके पास से होते हुए एक एक मकान की खिड़की में लगी जाली में अटक गई। सूचना मिलते ही डीएसपी (विधि-व्यवस्था) डॉ। राकेश कुमार मौके पर पहुंचे और छानबीन में जुट गए। डीएसपी ने कहा कि हुलिया के आधार पर लुटेरे की शिनाख्त की जा रही है। आरोपित जल्द गिरफ्त में होगा।

जानकारी के मुताबिक निशा सिन्हा देर शाम कार से अपने ड्राइवर और पांच वर्षीय बेटे पीयूष के साथ इंस्टीट्यूट से घर लौट रही थीं। रास्ते में उन्हें कार्यालय से जुड़े कुछ कागजात लेने थे, इसलिए वह मूर्ति मकान के पास रुकीं। सुमन का घर मैनपुरा में मूर्ति मकान के सामने वाली गली में है। उनका ड्राइवर वहीँ बाहर रुक गया और निशा बेटे को लेकर गली में चली गई।

निशा की मानें तो उन्हें आभास हुआ कि पीछा से कोई दौड़ते हुए आ रहा है। वह किनारे हुई तो सामने एक नकाबपोश आ गया। उसने निशा के गले में पड़ी सोने की चेन लूटने के लिए पहले उनके चेहरे झपट्टा मारा, फिर गर्दन पर हाथ देकर छीनने की कोशिश की। वह चीखने-चिल्लाने लगीं, इसलिए लुटेरा सफल नहीं हो सका और उसने निशा पर निशाना साधते हुए गोली चला दी। गोली की आवाज सुनकर उनका बीटा पीयूष दौड़ने लगा। इस बीच लुटेरे ने उनके हाथ से मोबाइल छीन लिया।

घटना के बाद पटना पुलिस आदतन इस मामले की लीपापोती में जुट गई और मीडिया को कवरेज करने से भी पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष ने रोकने की कोशिश की।

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