तीन मासूम बच्चों का अपहरण कर उनकी हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को बुलंदशहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में सलमान मालिक इस हत्याकांड का मुख्या आरोपी है जबकि दो अन्य आरोपियों, बिलाल और इमरान को पुलिस ने रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में बच्चों के क़त्ल की जो वजह सामने आई है उसे सुनकर खुद पुलिस भी हैरान है। आरोपियों ने बताया की उन्होंने इस तिहरे हत्याकांड को इसलिए अंजाम दिया गया ताकि वो बच्चों के पिता से बदला ले सके। वो इस बात से नाराज़ थे की बच्चे के पिता ने जो इफ्तार की दावत दी थी उसमे उन लोगों को नहीं बुलाया था। इफ्तार की दावत में बुलाए न जाने से नाराज आरोपी ने बच्चों का अपहरण किया और पुलिस को सूचना देने पर उनकी हत्या कर शव कुएं में फेंक कर फरार हो गए थे।
मुख्या आरोपी सलमान मलिक पर पहले कुछ मामले दर्ज हैं। उसका आपराधिक बैकग्राउंड है। उसके खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में 10 साल में करीब 8 मामले दर्ज हैं। बुलंदशहर के एसएसपी एन कोलांची ले मुताबिक सलमान मलिक दिल्ली में कम से कम 5 मामलों में वॉन्टेड है और काफी वक्त से जमानत और वकील के लिए पैसे जुटाने की फिराक में था।
इफ्तार बानी क़त्ल की वजह
बुलंदशहर के फैसलाबाद इलाके में रहने वाले जमशेद ने अपने घर पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था। इस पार्टी में उसने कई लोगों को बुलाया था लेकिन आरोपी सलमान मालिक को नहीं बुलाया था। ये बात सलमान को बुरी लगी और उसने जमशेद को सबक सीखने के लिए घर के बाहर खेल रही जमशेद की पुत्री, भतीजी व भांजे का अपहरण कर लिया गया था। जिसके बाद तीनों मासूमों अलीबा, आसमा व अब्दुल की गोली मारकर हत्या कर दी थी, बाद में बच्चों के शव सलेमपुर थाना क्षेत्र के जंगल में एक ट्यूबवेल की हौदी में पड़े मिले थे। बच्चों के सिर व सीने में गोली मारकर हत्या की गई थी।
जिसके बाद पीड़ित परिजनों ने मामले में नामजद आरोपी सलमान, इमरान उर्फ गूंगा व ममेरे भाई बिलाल के खिलाफ अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया था।