दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में मंगलवार को महिला अधिकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही वे संसद में महिलाओं के लिए आरक्षण बिल लाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि अगर मौजूदा सरकार महिला आरक्षण बिल लाती है तो कांग्रेस साथ देगी.
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार समाज की महिलाओं को पुरुषों के बराबर लाने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी. बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा तो यह है कि केवल पुरुष ही इस देश को चलाएंगे. पीएम मोदी रेप की घटनाओं पर कुछ नहीं बोलते हैं, और पिछले चार साल में महिलाओं पर जितने अत्याचार हुए हैं, उतने पिछले 70 साल में नहीं हुए.
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की बात करती है, लेकिन मौजूदा हालात ऐसे हैं कि लोग बीजेपी के विधायकों से अपनी बेटियों की सुरक्षा करने पर मजबूर हैं, देखकर समझ ही नहीं आ रहा है कि बेटियों को कैसे बचाया जा रहा है. देश भर में बेटियों के बीच असुरक्षा का भाव पैदा हो गया है.
आज पूरी दुनिया में यह कहा जा रहा है कि हिंदुस्तान महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. उत्तर प्रदेश में महिलाओं का रेप होता है प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है. अलग-अलग प्रदेशों में ऐसा होता रहता है. वह सभी विषयों पर बोलते हैं बिहार में छोटे बच्चों का रेप होता है, लेकिन इस विषय पर प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते. बीजेपी का नेता रेप करता है और बीजेपी के अध्यक्ष या प्रधानमंत्री एक शब्द भी नहीं बोलते हैं.,
महिलाओं के लिए जो नरेंद्र मोदी की सरकार ने 4 साल में किया वह 70 साल क्या 3000 साल में नहीं हुआ. महिला आरक्षण बिल संसद में पड़ा हुआ है, मैं मोदी सरकार से चाहता हूं कि वह संसद में महिला का आरक्षण बिल लाये. हम सपोर्ट करेंगे, अगर यह नहीं करेंगे तो जब हमारी सरकार आएगी तो हम करेंगे.
देश के अंदर ऐसा माहौल बना दिया है कि हर वर्ग पर हमला हो रहा है. बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की लड़कियों के साथ रेप की घटना के विरोध में दिल्ली में आयोजित विरोध प्रदर्शन में भी राहुल गांधी पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा था कि यह सिर्फ उन 40 बेटियों ही नहीं, बल्कि देश की प्रत्येक महिला की सुरक्षा आज बड़ा सवाल है.