नई दिल्ली: भाजपा के धुआंधार चुनाव प्रचार का सामना कर रही कांग्रेस अमेठी में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की अच्छे अंतर से जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। यहां समस्या 2014 आम चुनाव में तब शुरू हुई, जब भाजपा ने अमेठी में राहुल के विरुद्ध स्मृति ईरानी को उतारा। नई उम्मीदवार ने तत्कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष को अच्छी चुनौती दी और 2009 में उनके जीत के 3.7 लाख अंतर को घटाकर केवल एक लाख मतों तक ला दिया।

इस बीच अब खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार चार मई को अमेठी में होंगे। यह जानकारी भाजपा के मीडिया संयोजक वेद प्रकाश तिवारी ने दी है । उन्होंने बताया कि अमित शाह अमेठी नगर में भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी के समर्थन में करीब तीन किलोमीटर का रोडशो करेंगे । शाह दोपहर दो बजे अमेठी पहुंचेंगे। अमेठी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी के समर्थन में वह रोड-शो करेंगे।

भाजपा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि रोड-शो रामलीला मैदान, अमेठी से दोहपर दो बजे प्रारम्भ होगा । इसके पूर्व शाह फतेहपुर में पार्टी प्रत्याशी साध्वी निरंजन ज्योति के समर्थन में आयोजित विजय संकल्प रैली को दोपहर 12।30 बजे संबोधित करेंगे ।

वहीँ दूसरी तरफ बीजेपी की रणनीति देखते हुए कांग्रेस भी पूरी तरह अलर्ट हो गई है। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी की सपा व बसपा के स्थानीय नेताओं से राहुल को समर्थन देने के लिए कई बार बातचीत हुई है। उन्होनें साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से लक्ष्य के लिए एकजुट होकर काम करने की अपील की। राहुल ने 2009 में बसपा के आशीष शुक्ला को 3.7 लाख मतों से हराया था। इसकी तुलना में 2014 में ईरानी को तीन लाख मत मिले थे। राहुल को 4.08 लाख मत मिले थे। सूत्रों ने कहा कि यह अंतर और कम हो सकता है, जो कांग्रेस पार्टी में चिंता का सबब बना हुआ है।

2014 में हार के बावजूद अपने प्रदर्शन से उत्साहित ईरानी तबसे लगातार अमेठी का दौरा कर रही हैं और इस प्रतिष्ठित सीट पर कब्जा जमाने के लिए काफी मेहनत कर रही हैं जहां कई उन्हें अभी भी ‘बाहरी’ की तरह मानते हैं। कांग्रेस एमलीसी दीपक सिंह ने कहा, “अमेठी गांधी परिवार के लिए दूसरा घर जैसा है। हम राहुलजी के लिए जीत का बड़ा अंतर सुनिश्चित करेंगे।”

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