बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिली करारी शिकस्त और पार्टी के नेताओं को नजरअंदाज करने के बाद, उसके रूख की खुलेआम आलोचना करने वाले भाजपा सांसद शत्रुध्न सिन्हा ने कहा कि अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं बागी हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी के बाद आम लोगों का रोजी-रोजगार ठप हो गया।
जब मैंने इसका विरोध किया तो पार्टी के लोगों ने मेरा विरोध कर यह कहना शुरू कर दिया कि मैं पार्टी विरोधी हूं। उन्होंने कहा कि मैंने क्या गलत किया है? मैंने केवल गलतियां गिनाई। सिन्हा ने कहा कि पार्टी के विरूद्ध ऐसा कौन सा काम कर दिया है? क्या मेरे अंदर वरिष्ठता और समझदारी नहीं है कि क्या करना चाहिए?
मैंने हमेशा पार्टी और राष्ट्र हित में बाते की हैं। अगर कुछ लोगों को बगावत का आरोपी समझा जाता है तो फिर मैं बागी हूं। लालू प्रसाद से मेरा पारिवारिक रिश्ता है। यदि मैं उनसे जेल में मिलने गया तो क्या गुनाह हो गया। मैं आगामी लोकसभा चुनाव भी पटना साहिब से ही लड़ुंगा।