पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले शुक्रवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय अहम बैठक शुरू हुई. एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस बैठक की शुरुआत पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने की. अमित शाह व संगठन मंत्री रामलाल ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सांगठनिक मुद्दों पर चर्चा की. शुक्रवार शाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली भी पहुंचे. साथ ही कई प्रमुख नेता व भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी कार्यकारिणी में उपस्थित रहे. प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को बैठक को संबोधित करेंगे.
शुक्रवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोलते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विपक्ष नकारात्मक राजनीति कर रहा है और उसकी भूमिका विकास के क्रम में रुकावट पैदा करने वाली है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी को आम जनता का व्यापक समर्थन मिला है, निकाय चुनाव के नतीजे इसका प्रमाण है. अमित शाह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का रवैया नहीं बदला तो भविष्य में भी आतंकवाद के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक होगा. हाल में पश्चिम बंगाल में हुए सांप्रदायिक दंगों के लिए अमित शाह ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया. बंगाल में तृणमूल नेताओं के चिटफंड घोटाले की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी दफ्तर पर हमले के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा, हिंसा पर वैचारिक रूप से नहीं लड़ सकते इसलिए बौखलाहट में हिंसा कर रहे हैं.