चार शवो की पुष्टि। 14 सवार थे, यह भी की पुष्टि। सेना का बयान, नीलगिरी प्रशासन ने भी की पुष्टि
फिर से सेना का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। हादसा तमिलनाडु के कोयंबटूर और सुलूर के बीच कुन्नूर में हुआ है। दुर्घटनाग्रस्त वायुसेना के इस एमआई17-वी5 हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और उनके परिवार के कुछ लोग भी सवार थे। हेलिकॉप्टर में कुल नौ लोग सवार थे। घटना स्थल से दो शवों को निकाला गया है। सामने आई तस्वीरों में हेलिकॉप्टर को धू-धू करके जलते देखा जा सकता है। ऐसे में बड़े नुकसान की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
ये नौ लोग थे हेलिकॉप्टर में सवार
हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल एस लिडेर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एन के गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, L/NK विवेक कुमार, L/NK बी साय तेजा, हवलदार सतपाल सवार थे। बताया जा रहा है कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर दिल्ली लौट रहे थे। तभी एयरफोर्स का एमआई17-वी5 हेलिकॉप्टर नीलगिरी के जंगली इलाके में क्रैश कर गया। बताया जा रहा है कि तीन लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है।
ऊंटी वेलिंगटन से दिल्ली लौटते वक्त हुआ हादसा
कार्यक्रम ऊंटी के वेलिंगटन में आयोजित किया गया था। वहां सीडीएस जनरल रावत लेक्चर देकर लौट रहे थे। ऊंटी वेंलिगटन में आर्म्ड फोर्सेज का कॉलेज है। हेलिकॉप्टर में सीडीएस और उनकी पत्नी के साथ ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी भी थे जो सीडीएस के स्टाफ ऑफिसर थे। साथ ही, दो पायलट भी साथ में थे। बताया जा रहा है कि सीडीएस को ले जाने वाले विमान या हेलिकॉप्टर के उड़ाने का खास प्रॉटोकॉल होता है।
हादसे की वजह का पता नहीं
क्रैश की वजहों को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि शायद मौसम की खराबी और बादल की वजह से हेलिकॉप्टर के पायलट सही अनुमान लगाने से चूक गए और यह हादसा हो गया। अब कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की जाएगी, तभी पता चल पाएगा कि हादसा किन वजहों से हुआ।