26 नवंबर को नौसेना अकादमी, एझिमाला (केरल) में कोर्स पूरा कर 300 नए अफसर नौसेना में भर्ती हो जाएंगे. देशसेवा के लिए समर्पित इन 300 अफसरों में बिहार की एक बेटी भी है. इनमें शामिल मुजफ्फरपुर की शिवांगी नौसेना की दूसरी महिला पायलट होंगी. शिवांगी से पहले यूपी की शुभांगी स्वरूप महिला पायलट के तौर पर पिछले साल नौसेना में भर्ती हुई थीं. वे अभी ट्रेनिंग ले रही हैं.
यह भी पढ़ें: सुरेंद्र सिंह: अगर मोदी और योगी के राज में राम मंदिर नहीं बना तो कभी नहीं बनेगा
चुनौतीपूर्ण है महिला पायलट होना
नौसेना अकादमी से पासआउट होने के बाद शिवांगी सब-लेफ्टिनेंट बनकर वायुसेना अकादमी, हैदराबाद में फ्लाइंग की ट्रेनिंग लेंगी. शिवांगी के मुताबिक, “नौसेना में सबसे पहली महिला पायलटों में से एक होना चुनौतीपूर्ण है. हमारी सफलता ही नौसेना को यह भरोसा दिलाएगी कि महिला पायलटों की भर्ती का उनका फैसला सही है. यह आगे महिलाओं के पायलट बनने के सपने को भी साकार करने में मदद करेगा. हमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा तभी लड़कियां प्रेरित हो सकेंगी.”
मेहनत से कुछ भी पा सकते हैं
शिवांगी ने बताया कि नौसेना अकादमी में ट्रेनिंग सरल नहीं है. एक चीज जो पूरे जीवन के लिए सीखी, वह यह कि अगर आप अपनी सीमाओं को बढ़ाएंगे, खुद पर विश्वास करेंगे तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है. अगर आप मेहनत करते रहेंगे तो कुछ भी पा सकते हैं. शिवांगी मुजफ्फरपुर के भगवानपुर की निवासी हैं. उनके पिता हरिभूषण सिंह और मां प्रियंका मुजफ्फरपुर में ही रहते हैं. शिवांगी ने 12वीं तक की पढ़ाई मुजफ्फरपुर के डीएवी-बखरी से की है.
यह भी पढ़ें: सातवें दिन भी नहीं मिला दीपक का कोई सुराग
ऐसे पूरा हुआ सपना
सिक्किम मनिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से उन्होंगने बीटेक किया है. यहीं पर उन्हें नौसेना में भर्ती के लिए यूईएस (यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम) के बारे में पता चला. नौसेना उनके कॉलेज में बच्चों को रिक्रूट करने पहुंची थी. शिवांगी ने बताया कि रिक्रूटमेंट के दौरान नौसेना पर बनी डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई. नौसेना की व्हाइट ड्रेस और ट्रेनिंग टास्क देखकर तभी मन बना लिया कि भारतीय डिफेंस फोर्स ज्वाइन करुंगी. माता-पिता, भाई-बहन और दोस्तों ने मेरे निर्णय का समर्थन किया.