गया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी अपने विपक्षियों को नहीं बख्शते हैं। लेकिन जब अपनी पार्टी और खुद की बारी होती है तो उनके आस पास सभी पवित्र हो जाते है। ये कोई आरोप नहीं है बल्कि लोग सवाल पूछ रहे हैं। वो भी तब जब मोदी जी की एक रैली का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में बिहार के गया के सबसे चर्चित हत्यकांड आदित्य सचदेव की हत्या के आरोपी रॉकी यादव की माँ को मोदी जी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बगल में जगह दी है। इतना ही नहीं इस वीडियो में रॉकी यादव की माँ दोनों से मिलती भी नज़र आ रहीं है।
रॉकी यादव की माँ मनोरमा देवी नीतीश कुमार की पार्टी के कोटे से विधान पार्षद भी हैं और उन्हें भी नीतीश सरकार ने अवैध तरीके से शराब रखने के आरोप में गिरफ्तर भी किया था।
बिहार में गया के छात्र आदित्य सचदेव की हत्या के आरोपी रॉकी यादव को लेकर सबसे ज़्यादा हंगामा भी बीजेपी ने ही किया था। जेडीयू की एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव पर छात्र की आदित्य सचदेव ओवरटेकिंग को लेकर हुए विवाद के बाद गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। उस वक्त सचदेवा अपने दोस्तों के साथ स्विफ्ट कार से घर लौट रहा था। इस मामले में रॉकी के पिता बिंदी यादव और उसके बॉडीगार्ड की भी गिरफ्तारी हुई थी।
भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल बिहार के जमुई और गया में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। नरेंद्र मोदी के साथ मंच पर एनडीए के घटक दलों के सभी नेता मौजूद थे। मंच पर पीएम मोदी के साथ-साथ उसी पंक्ति में नीतीश कुमार, सुशील मोदी और रामविलास पासवान बैठे थे। ठीक पीएम मोदी के पीछे वाली कुर्सी पर मनोरमा देवी बैठी हुई नजर आई। जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ दिख रहा है कि मनोरमा देवी हरे रंग की साड़ी में है। मनोरमा देवी पटना हाईकोर्ट से जमानत पर है।
मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव ने आदित्य सचदेवा की हत्या कर दी थी। इसके बाद मनोरमा देवी के घर पर छापेमारी हुई थी, जिसके बाद अवैध शराब बरामद हुए थे और इसी मामले में मनोरमा देवी को जेल भेज दिया गया था। आदित्य सचदेवा हत्याकांड मामले ने बिहार की सियासत में बड़ा भूचाल ला दिया था। उस वक्त बिहार सरकार पर विपक्ष को हमला करने के कई मौके मिल गए थे। उस वक्त बीजेपी विपक्ष में थी और बीजेपी ने नीतीश सरकार पर इस मामले को लेकर खूब बवाल काटा था। मगर आज बीजेपी, जदयू के साथ सरकार में है।
कुख्यात बिंदी यादव की पत्नी
जदयू की पार्षद बिंदी यादव पर मर्डर और किडनैपिंग के कई केस दर्ज हैं। उस पर कम से कम 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। बिंदी को भी इस केस में 5 साल की सजा मिली है। बिंदी यादव पर नक्सलियों को हथियारों की सप्लाई करने का भी आरोप है। वह लंबे वक्त तक देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद रहा। गया में एंट्री माफिया के नाम से भी जाना जाता है। वह बिहार-झारखंड की सीमा पर ट्रकों से वसूली करता था। उसका इतिहास जानने के लिए 1991-92 के उस दौर में जाना होगा, जब बिहार में आतंक का राज की शुरूआत हुई थी।
यूं कहें कि उस दौर में जंगलराज का उदय हुआ था। उस दौर में वह आतंक का पर्याय बना। बिहार के लोग उस समय बिन्दी और बच्चू यादव गैंग से भयभीत रहा करते थे। एक साधारण परिवार में जन्मा बिन्दी यादव आज एक हजार करोड़ से अधिक संपत्ति का मालिक है। उसके पीछे आतंक की वही कहानी है, जिसकी बदौलत आज वो अरबपति बना हुआ है।
घरों पर कब्ज़ा का आरोप
गया में दर्जनों मकान पर इस गिरोह ने कब्जा जमाया हुआ है। कई एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा है। उसके भय से उस जमाने में कई बड़े-बड़े बिजनेसमैन शहर छोड़ने को मजबूर हो गए।।
बबली जैन अपहरण कांड में उछला नाम
बिहार के कुख्यात राजन कुर्मी की हत्या कर बिन्दी यादव गया का सरताज बन गया। उसके बाद हत्या लूट और अपहरण के धंधे में खूब तहलका मचाया। लालू-राबड़ी राज में उसकी करतूत उफान पर थी। बबली जैन अपहरण कांड में भी इसका नाम खूब उछला। बिन्दी और बच्चू यादव ने मिलकर पूरे मगध क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम कर लिया था।