भोपाल। कोरोना की वैक्सीन लगने के मामले में मध्य प्रदेश पूरे देश में अव्वल है, तो वहीं राजधानी भोपाल भी वैक्सीनेशन में हर रोज नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इसी कड़ी में ग्रामीण क्षेत्रों का आंकड़ा भी पीछे नहीं है। भोपाल की 15 पंचायतों में हंड्रेड परसेंट वैक्सीनेशन हो चुका है। इनमें बैरसिया तहसील का गांव बरखेड़ा बरामद भी शामिल है। ये गांव वही है, जिसमें कुम्भ से लौटने के बाद लगभग 25 लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। ऐसे में गांव में वैक्सीनेशन होना अपने आप में एक बड़ी चुनौती बना हुआ था।
जानकारी के मुताबिक भोपाल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन वाली पंचायतों में 10 पंचायतें फंदा ब्लॉक की हैं तो 5 पंचायतें बैरसिया ब्लाक की हैं। बैरसिया ब्लाक में हंड्रेड परसेंट वैक्सीनेशन करने वाली पंचायतों में बरखेड़ा बरामद भी शामिल है। इस गांव के उपस्वास्थ्य केंद्र की सीएचओ प्रिया सोलंकी ने एएनएम की गैर मौजूदगी में अकेले दम से पूरे गांव को वैक्सीनेट कर दिया है। इस काम में उनको आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भी मदद मिली है।
एएनएम की छुट्टी से बने हालात
दरअसल बरखेड़ा बरामद गांव की एएनएम अवकाश पर होने के बावजूद सीएचओ प्रिया सोलंकी ने आशा कार्यकर्ता की मदद से पूरे गांव को वैक्सीनेट कर दिया। साथ ही वैक्सीन लगाने के बाद वेरिफिकेशन किया और इसके साथ साथ कोरोना के रेपिड एंटीजन टेस्ट भी किए। इस काम के लिए बरखेड़ा बरामद पंचायत के सचिव शत्रु दांगी और रोजगार सहायक जयदीप दांगी ने गांव के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किया और उन्हें स्वास्थ्य केंद्र लाने का काम किया। जहां पर सीएचओ प्रिया सोलंकी ने उनको वैक्सीन लगाई। बताया जा रहा है कि अब गांव में वेक्सीन लगवाने से बचे लोगों में सिर्फ गर्भवती महिलाएं या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोग ही शामिल हैं। या ऐसे लोग, जो हाल ही में कोविड से रिकवर हुए हैं।
काम की हुई सराहना
सीएचओ के इस कार्य की सभी और सराहना हो रही है। बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, एसडीएम राजीव नन्दन श्रीवास्तव, जनपद सीईओ देवेश मिश्रा, तहसीलदार राजेन्द्र पवार, बीएमओ किरण वाडिवा, बीसीएम प्रवीण मालवी, बीपीएम नम्रता कुड़े और सुपरवाइजर रामकुमार ने सीएचओ प्रिया सोलंकी के कार्य की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है।