चुनाव भले ही ख़त्म हो गया है लेकिन नतीजे अभी भी आना बाकी हैं और जब तक नतीजे नहीं आ जाते तमाम प्रत्याशियों में बेचैनी बनी रहेगी। यही देखने को भी मिल रहा है, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के चार जिलों में शाम से ही ईवीएम को लेकर हंगामा मचा रहा। रात भर कई जगह विवाद की नौबत आई तो फोर्स तक बुलानी पड़ गई। वाराणसी, चंदौली, मऊ और गाजीपुर जिले से जुड़े हुए हैं जहां ईवीएम बदलने का आरोप लगाते हुए गठबंधन प्रत्याशियों की ओर से प्रदर्शन करते हुए खुद के रखवाली की बात पर विवाद बढ़ता चला गया। विवाद शुरू होते ही प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और आनन फानन सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करनी पड़ गई।
उधर बिहार के सारण और मध्य प्रदेश से भी ऐसी ही खबर आती रही । हालाँकि इस मामले में चुनाव आयोग का भी बयान है। चुनाव आयोग ने उस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमे EVM मशीन को बदलने की बात कही जा रही है। आयोग के मुताबिक देरी सिर्फ तकनीकी कारणों से हुई है और जो बातें कहीं जा रहीं है वो महज़ अफवाह है।
कहाँ कहाँ हंगामा हुआ ?
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और चंदौली में ईवीएम बदले जाने की अफवाह की सूचना मिलते ही कांग्रेस और सपा के कई कार्यकर्ता पहडिय़ा मंडी पहुंच गए। वे सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। अचानक उनके रात में पहुंचने पर मौजूद सुरक्षा कर्मी भी घबरा गए। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल उच्च अधिकारियों को दी। मौके पर पीएसी संग स्थानीय पुलिस पहुंच गई। रात तक दोनों पार्टी के कार्यकर्ता धरने पर बैठे रहे। पुलिस ने हालांकि इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी। रात भर किसी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया था। वहीं ईवीएम बदलने की अफवाह को लेकर पहड़िया मंडी में विभिन्न दलों के कार्यकर्ता जमे हैं।
वहीं ईवीएम बदलने की अफवाह के बाद सक्रिय हुए अधिकारियों ने मामले में अपनी तरफ से स्पष्ट किया कि कूलर लगे कमरे में बैठने को लेकर बहस हुई थी। एसपी सिटी, एडीएम सिटी मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराने के बाद सुरक्षा घेरे में स्ट्रांग रूम भी ले जाया गया। .
अफजाल की पुलिस से नोंकझोक
नवीन मंडी समिति जंगीपुर में बनाए गए स्ट्रांग रूम के बाहर सोमवार की देर शाम उस समय हंगामा मच गया जब गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी अपने सैकड़ों समर्थकों संग पहुंच कर आसन जमा लिए। इससे जिला व पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। मौके पर सदर एसडीएम व सीओ भी भारी फोर्स के साथ पहुंच गए। हालांकि देर रात तक उन्हें हटाया नहीं जा सका। अफजाल अंसारी ने ईवीेएम की सुरक्षा पर सवाल लगाते हुए कहा कि उन्हें जिला प्रशासन पर भरोसा नहीं है। उनके लोग खुद मशीन की निगरानी करेंगे। आरोप लगाया कि चंदौली में ईवीएम बदलने की कोशिश हुई है। यहां भी यह वाकया दोहराया जा सकता है।