नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : बीफ पर बयान देकर अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं इसके साथ ही उनको दीवान के पद से हटाने का ऐलान किया जा चुका है। दरअसल दीवान ने पीएम मोदी से देश में गौ हत्या और इसकी खरीद पर रोक लगाने की मांग की थी जिसके बाद उनको दीवान पद से हटाने का फैसला ले लिया गया.
दीवान सैयद के बयान के बाद मुस्लिम समुदाय में काफी गुस्सा है, दीवान ने देश के पीएम से मांग की थी कि देश में बीफ पर प्रतिबन्ध लगाया जाए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उनके भाई अलाउद्दीन आलिमी ने जैनुल को पद से हटाने का एलान किया और स्वयं को दीवान घोषित कर दिया। जैनुल ने तीन तलाक को भी गलत बताया था।
उन्होंने कहा था कि उनके पूर्वज ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती ने इस देश की संस्कृति को इस्लाम की नियमों के साथ अपना कर मुल्क में अमन-शान्ति और मानव सेवा के लिये जीवन सर्मपित किया। उसी तहजीब को बचाने के लिये गरीब नवाज के 805 उर्स के मौके पर वह और उनका परिवार बीफ के सेवन त्यागने की घोषणा करता है।